रांची: JSSC CGL परीक्षा में पेपर लीक और गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए JSSC कार्यालय का घेराव करने के मामले में नामकुम थाने में 15 नामजद और 1000 अज्ञात अभ्यर्थियों को आरोपी बनाया गया है।
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हजारीबाग से पैदल मार्च कर रांची के जेएसएससी कार्यालय के बाहर पेपर लीक की सीबीआई जांच और पेपर को रद्द करने को लेकर प्रदर्शन करने वाले अभ्यर्थियों के खिलाफ कार्यपालक दंडाधिकारी जफर आलम की ओर से थाने में दिये गए आवेदन में आरोपियों पर निषेधाज्ञा तोड़ने के साथ पुलिसकर्मियों पर पथराव और पुलिस वाहनों को क्षतिग्रस्त करने का आरोप लगाया गया है। 30 सितंबर को सुबह से लेकर देर शाम तक जेएसएससी सीजीएल परीक्षा रद्द करने को लेकर हंगामा और सरकार विरोधी नारे लगते रहे। बाद में जेएसएससी सचिव के साथ छात्रों के प्रतिनिधिमंडल की मुलाकात हुई। जिसमें ये तय हुआ कि जबतक समिति की ओर से जांच रिपोर्ट पेश नहीं की जाती तबतक रिजल्ट को जारी नहीं किया जाएगा। जब इस बात की जानकारी छात्रों के प्रतिनिधिमंडल ने प्रदर्शन कर रहे छात्रों को दी तो उसमें से कुछ छात्र उग्र हो गए और पुलिस पर पथराव किया जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हुए। इसके साथ पुलिस गाड़ी पर पथराव भी किया गया। जब पुलिस की ओर से सख्ती दिखाई गई तो वहां से प्रदर्शन कर रहे बाहर निकले।
जेएसएससी सीजीएल पेपर को रद्द करने और सीबीआई जांच की मांग को लेकर छात्रों के एक गुट ने 3 अक्टूबर को झारखंड बंद बुलाया है वही झारखंड कर्मचारी चयन आयोग ने जेएसएससी सीजीएल के मॉडल उत्तर पर आपत्ति जताने की तारीख बढ़ाकर दो अक्टूबर तक कर दी है। आयोग ने आपत्ति दर्ज करने के लिए लिंक 28 सितंबर को अपलोड किया था। दो अक्टूबर के बाद आपत्तियों को आयोग स्वीकार नहीं करेगा।