रांचीः झारखंड मुक्ति मोर्चा ने राष्ट्रपति के नाम चिट्ठी लिख कर पीएम मोदी और चुनाव आयोग के ख़िलाफ़ त्राहिमाम संदेश भेजा है । जेएमएम की ओर से जारी चिट्ठी के मुताबिक़ प्रधानमंत्री मोदी के कार्यक्रम की वजह से पहले से तय हेमंत सोरेन के कार्यक्रम में विलंब हुआ और हेलीकॉप्टर रोका गया ।
हेमंत के हेलीकॉप्टर को रोका गया
जेएमएम ने लिखा कि ” झारखंड मुक्ति मोर्चा के स्टार प्रचारक एवं वर्तमान में राज्य के माननीय मुख्यमंत्री श्री हेमंत सोरेन जी का पश्चिम सिंहभूम जिला अंतर्गत गुदड़ी प्रखंड में अपराह्न 01 बजे का 15 मिनट पर निर्वाचित सभा आयोजित थी, जो समाप्ति का पश्चात 01 बजकर 45 मिनट पर खत्म होकर दूसरी सभा सिमडेगा जिला के बाजारटांड़ मैदान में 02 बजे का 25 मिनट पर होना सुनिश्चित था एवं भारत निर्वाचन आयोग द्वारा अनुमति प्राप्त था। आज ही भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक तथा वर्तमान देश के माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी का चाईबासा कॉलेज मैदान में 02 बजकर 40 मिनट पर निर्वाचनी जन सभा था। चाईबासा से गुदड़ी की दूरी लगभग 80 किलोमीटर है तथा गुदड़ी से सिमडेगा की दूरी लगभग 90 किलोमीटर है। प्रचार में प्रयुक्त होने वाले हमारे प्रचारक श्री हेमंत सोरेन, के प्रचार हेलिकॉप्टर को प्रधानमंत्री की सुरक्षा का हवाला देते हुए लगभग 150 किलोमीटर की दूरी में डेढ़ घंटे से भी ज्यादा समय तक उड़ान भरने से रोका गया। निर्वाचन आयोग द्वारा यह बताया गया था कि प्रधानमंत्री की सुरक्षा के दृष्टिकोण से 50 किलोमीटर के व्यास में उड़ानभर क्षेत्र जो 15 मिनट का होगा को लागू किया जाएगा।”
राष्ट्रपति से लगाई गुहार
जेएमएम ने पीएम मोदी और चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए लिखा कि ”भारत के प्रथम नागरिक के साथ-साथ सर्वोच्च संवैधानिक सत्ता की प्रधान हैं। भारत निर्वाचन आयोग भी संविधान के तहत एक स्वतंत्र तथा निष्पक्ष संस्था है। हम अपने निर्वाचन आयोग को पूर्ण सम्मान करते हुए उनके सभी दिशा निर्देशों का अनुपालन करते हैं। हमारे मुख्यमंत्री एक जनजातीय आदिवासी समुदाय से आते हैं। आज भी जनजातीय आदिवासी समुदाय से हैं और अपने कठोर संघर्ष से इस उच्चतम आसन पर पहुंचे हैं। हम आपसे अपने इस सामूहिक आवेदन के द्वारा यह अपेक्षा करते हैं कि आप यह जरूर सुनिश्चित करेंगी कि संबंधित जनजातीय जन-प्रतिनिधियों की हर संभवता को संवैधानिक सुरक्षा एवं सम्मान में अखण्ड बनाकर रखा जाए तथा राजनीतिक दल के सभी स्टार प्रचारकों को मिलने वाले विशेष अवसर और प्रावधानों को समान बनाया रखा जाए।”