रांची : झारखंड में सरकार को लेकर जारी अनिश्चितता के बीच महागठबंधन के 38 विधायक हैदराबाद शिफ्ट होने की तैयारी की जा रही थी, रांची एयरपोर्ट में सभरी विधायक पहुंच गए लेकिन कोहरे की वजह से विमान उड़ान नहीं भर सका है। चंपई सोरेन, आलमगीर आलम, प्रदीप यादव, विनोद सिंह रांची में ही रूके रहेंगे। हेमंत सरकार में मंत्री रहे बन्ना गुप्ता ने विधायकों को रांची के बाहर शिफ्ट को लेकर कहा कि ये आत्मरक्षा के लिए किया गया है। हम बहुमत में है खेत को साड़ से बचाने के लिए ऐसा कर रहे है।
विमान के उड़ान भरने का इंतजार कर रहे विधायकों ने अपने यात्रा शुरू होने से पहले तस्वीर खींची। इसमें राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के छोटे भाई बसंत सोरेन और उनके साथ साथी विधायक दिखाई दे रहे है। खराब मौसम के बाद विमान के उड़ने की इजाजत नहीं मिली तो सभी विधायक एयरपोर्ट से वापस लौट गए।
राज्य में जारी राजनीतिक अनिश्चितता को लेकर कांग्र्रेस नेता प्रियंका गांधी ने भी एक्स पर अपनी आपत्ति जाहिर करते हुए लिखा है कि “बिहार में गठबंधन सरकार के इस्तीफे के तुरंत बाद राज्यपाल ने नई सरकार बनाने का न्यौता भेज दिया था। लेकिन झारखंड में दावा पेश करने के एक दिन बाद भी सरकार बनाने का न्यौता नहीं भेजा गया।
पहले ईडी लगाकर मुख्यमंत्री को इस्तीफा देने पर मजबूर किया। उन्हें गिरफ्तार किया गया। अब खबरें हैं कि नई सरकार का गठन रोककर विधायकों को खरीदने की कोशिश की जा रही है।
पहले बिहार, फिर चंडीगढ़ और अब झारखंड – भाजपा हर राज्य में धनादेश के दम पर जनादेश को कुचल रही है।”