झारखंड विधानसभा चुनाव में एक नाम कुछ दिनों से सुर्खियों में हैं। वह नाम है मंडल मुर्मू। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने मंडल को अपना प्रस्तावक बनाया था। लेकिन मंडल अचानक खबरों में तब आए जब उन्होंने झामुमो छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया। मंडल ने कहा कि वह झामुमो में सहज महसूस नहीं कर रहे थे। अब भाजपा नेता निशिकांत दुबे ने बताया कि पार्टी मंडल मुर्मू को बरहेट विधानसभा सीट से हेमंत सोरेन के खिलाफ चुनाव लड़ाना चाहती थी। लेकिन उन्होंने इन्कार कर दिया था।
मंडल मुर्मू जाग गया है: निशिकांत
निशिकांत दुबे ने कहा, ‘झारखंड मुक्ति मोर्चा एक चोर और भ्रष्टाचारी पार्टी है। इसके जो सरदार हैं, वह हेमंत सोरेन हैं। इसलिए उनकी बातों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए। इनका इरादा दूसरा था। सिदो-कान्हू के वंशज मंडल मुर्मू को अपने साथ रखने का। भगवान बिरसा मुंडा और सिदो-कान्हू से बड़ी मुर्ति एक जमाने में शिबू सोरेन की लगी। अब मंडल मुर्मू जाग गया है।’
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मंडल मुर्मू को चुनाव लड़वाना चाहती थी भाजपा: निशिकांत
निशिकांत दुबे ने आगे कहा कि ‘मंडल मुर्मू को लगा कि उन्हें कुछ कुर्बानी देनी चाहिए। ये जो आदिवासियों की संख्या घट रही है। बांग्लादेशी मुसलमानों की संख्या बढ़ रही है, इसके ऊपर आंदोलन करने की जरूरत है। अटैक करने की जरूरत है। इसी वजह से उन्होंने चुनाव लड़ने से इन्कार कर दिया।
बरहेट में भाजपा उनको चुनाव लड़ाना चाहती थी। लेकिन उस व्यक्ति ने कहा कि मैं हेमंत सोरेन का प्रस्तावक हूं, मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा। लेकिन मैं भाजपा में शामिल होकर बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ और आदिवासियों की घटती संख्या को लेकर जो आंदोलन हो रहा है उसमें सहभागी बनूंगा।’
मंडल मुर्मू के नाम पर सिर काटने की धमकी
इधर, मंडल मुर्मू के नाम पर एक वाट्सऐप ग्रुप में धमकी भी पोस्ट की गई थी। लिखा गया था कि मंडल मुर्मू का सिर काटने वाले को 50 लाख रुपये से सम्मानित किया जाएगा। इस मामले में पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
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