पटनाः राज्यपाल ने गर्मी से बेहाल बच्चों और शिक्षकों को राहत देते हुए छुट्टी करने का निर्देश दिया है । राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आर्लेकर बिहार में भीषण गर्मी के कारण स्कूली बच्चों के बीमार होने की सूचना प्राप्त होने पर राज्य के मुख्य सचिव से दूरभाष पर बातचीत की तथा बिहार के सभी विद्यालयों को आगामी कुछ दिनों तक बंद करने एवं सभी जिला पदाधिकारी द्वारा बच्चों के लिए बेहतर स्वास्थ्य सुविधा उपलब्ध कराने का निदेश दिया।
भीषण गर्मी के चलते हो रहे हादसों के बारे में मैंने उन सभी जिलाधिकारियों से बात की है जहाँ ये हादसे हो रहे हैं। इसके साथ ही, मैंने बिहार के मुख्य सचिव को अवकाश देने के विषय में भी चर्चा की और प्रदेश के सभी विद्यालयों को अवकाश देने का निर्देश भी दिया है। जल्द ही सकारात्मक परिणाम… pic.twitter.com/kzXZXthMGT
— Rajendra Arlekar (@rajendraarlekar) May 29, 2024
बिहार में गर्मी के सारे रिकॉर्ड टूटे
गौरतलब है कि बिहार में गर्मी ने अपने सारे रिकार्ड तोड़ दिये है। इस दौरान बिहार के अलग-अलग जिलों से स्कूली छात्रों के बीमार होने की घटनाएं सामने आई है। औरंगाबाद, बेगूसराय, सीवान , मोतिहारी, शेखपुरा,मुजफ्फरपुर, जमुई सहित कई जिलों में स्कूल के छात्र बेहोश हो गए है जिन्हे अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
औरंगाबाद में तापमान 48 डिग्री
औरंगाबाद में तापमान 48 डिग्री के करीब पहुंच चुका है। बिहार के कई जिलों में पारा 45 के पार हो चुका है। सबसे पहले बेगूसराय से स्कूलों छात्रों के बेहोश होने की घटना सामने आई जहां दर्जनों बच्चे भीषण गर्मी की वजह से बीमार पड़ गए। मोहनपुर विद्यालय के 16 छात्र गर्मी की वजह से बेहोश हो गए। मटिहानी के अनुग्रह नारायण उच्च विद्यालय के 21 छात्र बीमार पड़ गए जिन्हे रेफरल अस्पताल में भर्ती कराया गया है। बेगूसराय में गर्मी की वजह से छात्रों के बीमार पड़ने की घटना पर जिले के डीएम रौशन कुशवाहा ने कहा “मटिहारी स्कूल में गर्मी की वजह से कुछ छात्राओं की तबियत खराब हो गई थी। उसके बाद उन्हें प्राथमिक उपचार के लिए अस्पताल में ले जाया गया… वर्तमान में सभी छात्रों की तबियत ठीक है… गर्मी के कारण इस तरह की जितनी भी घटनाएं हो रही हैं उसकी निगरानी के लिए जितने भी हमारे प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी हैं उन्हें निर्देशित किया गया है। अगर कहीं भी किसी बच्चे की तबियत खराब होने की खबर सामने आती है तो उसके प्रथम उपचार के लिए जरूरी चीजें स्कूल में उपलब्ध करवाने के निर्देश दिए गए हैं…”
Jharkhand के एक बड़े नेता Honey Trap के शिकार, रांची से दिल्ली तक चर्चा का बाजार गर्म
शेखपुरा में गर्मी से कई बच्चे बीमार
इसके बाद शेखपुरा में भी गर्मी की वजह से कई छात्रों के बीमार होने और उन्हे अस्पताल में भर्ती करने की घटनाएं सामने आई। छात्रों के बीमार होने पर शेखपुरा अस्पताल के डॉक्टर सतेंद्र ने बताया कि “बढ़ते तापमान के कारण छात्रों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यहां भर्ती छात्रों की हालत अब स्थिर है।” शेखपुरा सदर अस्पताल के डॉ. सत्येंद्र ने बताया, “छात्रों को हमेशा हाइड्रेटेड रहना चाहिए। उन्हें जितना हो सके उतना पानी पीना चाहिए। गर्मी में बाहर नहीं निकलने की सलाह दी जाती है। सभी छात्रों को पानी की बोतल साथ रखनी चाहिए…”
बढ़ती गर्मी की वजह से औरंगाबाद, सीवान, मोतिहारी, शिवहर में भी छात्रों और शिक्षके के तबियत बिगड़ने और अस्पताल में भर्ती होने की खबरें आई है। नवादा जिले के गोविंदपुर प्रखंड अंतर्गत भवनपुर पंचायत के खरसान प्राथमिक विद्यालय में बुधवार को अधिक गर्मी के कारण विद्यालय में कार्यरत रसोईया कांति देवी बेहोश होकर गिर गई। बिहार में तेज गर्मी की वजह से बच्चों के बीमार होने की घटना पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने सरकार को घेरते हुए कहा कि “बिहार में लोकतंत्र नहीं रह गया है, ना सरकार रह गई है केवल अफसरशाही रह गई है… स्कूल के समय को लेकर मुख्यमंत्री की बात भी नहीं सुनी जाती है। मुख्यमंत्री इतने कमजोर क्यों हो गए हैं? 47 डिग्री तापमान है लू चल रही है, छोटे बच्चों का ध्यान देना चाहिए। डॉक्टर भी सलाह देते हैं कि लू में मत निकलो। बिहार के स्कूलों की आधारभूत संरचना भी उस तरह का नहीं है कि स्कूलों में बच्चें सुरक्षित रहेंगे। ये दिखा रहा है कि मुख्यमंत्री को इन लोगों ने घेर रखा है।”
चिराग पासवान ने की राहत की मांग
बढ़ती गर्मी की वजह स्कूली बच्चों के बेहोश होने पर चिराग पासवान ने कहा कि मैं बिहार सरकार और माननीय मुख्यमंत्री श्री नीतीश कुमार जी का ध्यान आकृष्ट करना चाहता हूं की इस तपती गर्मी में विद्यालय खुले रहने से बच्चों की सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है। आपके सरकारी अधिकारी के तुगलकी फरमान की वजह से बच्चें बेहोश हो रहे है , प्रतिदिन अस्पतालों में इलाज चल रहा है। ये कोई अत्याचार से कम नहीं हैं। नैतिकता के आधार पर जरूरी है बच्चों की सेहत का देखभाल करना। मैं बिहार सरकार से मांग करता हूं की इस भीषण गर्मी को ध्यान में रखते हुए विद्यालयों में अवकाश की घोषणा की जाए।