हजारीबाग : कांग्रेस उम्मीदवार जेपी पटेल के समर्थन में अब पूर्व केंद्रीय मंत्री और वर्तमान बीजेपी सांसद जयंत सिन्हा के पिता यशवंत सिन्हा अब खुलकर आ गए है। बुधवार को उन्होने प्रेस कांफ्रेंस कर कांग्रेस उम्मीदवार को अपना समर्थन देने की घोषणा कर दी।
हजारीबाग लोकसभा सीट पर सिन्हा परिवार का दबदबा रहा है, पहले यशवंत सिन्हा और फिर जयंत सिन्हा पिछले दो बार से हजारीबाग सीट से सांसद चुने जा रहे थे। इस बार हो रहे लोकसभा चुनाव ने बीजेपी ने जयंत सिन्हा का टिकट काटकर हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल को अपना उम्मीदवार बनाया। तो वही कांग्रेस ने मांडू से बीजेपी विधायक जेपी पटेल को पहले अपने पार्टी में शामिल किया फिर उन्हे हजारीबाग से अपना उम्मीदवार बना दिया।
हजारीबाग लोकसभा सीट अपने परिवार से छीने जाने का दर्द अबतक यशवंत सिन्हा ने छुपाकर रखा था, बेटे को बेटिकट किये जाने से नाराज यशवंत सिन्हा ने बुधवार को खुले मंच से कांग्रेस को अपना समर्थन देने की घोषणा कर दी। हालांकि उनके बेटे और सांसद जयंत सिन्हा ने अबतक पूरे मामले पर चुप्पी साधी हुई है, टिकट काटे जाने के कुछ दिनों बात उन्होने एक ट्वीट कर मनीष जायसवाल को अपनी शुभकामनाएं जरूर दी लेकिन उसके बाद से वो राजनीतिक परिदृश्य से गायब हो गए है। वो अंदर पर्दे के पीछे रहकर पूरा खेल खेलना चाह रहे है तो उनके पिता इसबार किंग की जगह किंगमेकर बनने का रास्ता चुन चुके है। यशवंत सिन्हा के खुल्ला समर्थन के बाद अब हजारीबाग का चुनाव दिलचस्प हो गया है। इस लोकसभा सीट का परिणाम न केवल मनीष जायसवाल और जेपी पटेल बल्कि यशवंत सिन्हा के परिवार के लिए भी प्रतिष्ठा का सवाल बन चुका है और इन सभी की अगली राजनीतिक दशा और दिशा तय करेगी।