रांची: झारखंड पुलिस ने महाराष्ट्र पुलिस की मदद से हार्डकोर नक्सली को मुंबई से गिरफ्तार किया। नक्सली तुलसी महतो उर्फ दिलीप महतो को महाराष्ट्र के यवतमाल थाना क्षेत्र इलाके से पकड़ा गया। कड़ी सुरक्षा के बीच उसे महाराष्ट्र से हजारीबाग लाया गया और कोर्ट ने उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया।
रांची में सरेआम महिला से डेढ़ लाख की लूट, बच्चे के स्कूल एडमिशन के लिए बैंक से निकाले थे पैसे
हार्डकोर नक्सली तुलसी महतो मूल रूप से आंगो थाना क्षेत्र के चोह गांव का रहने वाला है। 2001 में वो नक्सली संगठन से जान बचाकर मुंबई भागा था। उसपर लेवी का 50 हजार रुपया गबन करने का आरोप लगा था। नक्सलियों ने जनता दरबार के दौरान उससे मारपीट की थी, हथियार और गोली वापस ले ली थी। नक्सलियों ने उसे दस दिन के अंदर 50 हजार रुपया जमा करने का फरमान सुनाया था नहीं तो जान ले लेने की धमकी दी थी। इसके बाद 2001 में वो महाराष्ट्र भाग गया था और मुंबई में छिपकर काम कर रहा था।
BIG BREAKING: हिंदी-साइंस के बाद अब मैट्रिक के एक और विषय का पेपर लीक! सोशल मीडिया पर हो रहा है वायरल
तुलसी महतो 1993 में नक्सली संगठन एमसीसी से जुड़ा था। ग्रामीणों के अनुसार उसकी जमीन को उसके परिवार वाले हड़पने की कोशिश की थी, जिसके बाद अपनी जमीन बचाने के लिए वह 1993 में नक्सली संगठन किसान कमेटी से जुड़ गया। यहां वह संगठन के सदस्यों के लिए खाना बनाता था। इसी बीच 1997 में उसकी मुलाकात नक्सली संगठन के जोनल कमांडर मिथिलेश सिंह और सब जोनल कमांडर सोहन मांझी, किशोर दा और विजय दास से हुई। उन लोगों ने इसे एरिया कमांडर की जिम्मेदारी दी।