रांची : नये साल के पहले दिन गिरिडीह के गांडेय विधानसभा सीट से विधायक सरफराज अहमद के इस्तीफे की खबर ने राजनीतिक हलचल मचा दी। जेएमएम विधायक के अचानक इस्तीफे की खबर ने राजनीतिक गलियारे में खलबली मचा दी। सरफराज अहमद के इस्तीफे को लेकर तरह तरह के कयास लगाये जाने लगे। फिर थोड़ी देर बाद विधानसभा सचिवालय की ओर से जारी पत्र सामने आया जिसमें सरफराज के इस्तीफे को विधानसभा अध्यक्ष ने स्वीकार कर लिया था।
सरफराज के इस्तीफे की खबर के बाद विपक्षी बीजेपी भी सक्रिय हो गई। गोड्डा से बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे ने ट्वीट कर इस इस्तीफे को सोरेन परिवार से जोड़ दिया। उन्होने दावा किया कि ये सीट मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन की लिए खाली की गई है। ईडी के 7वें समन के बाद भी जब हेमंत सोरेन ने ईडी को पूछताछ का समय नहीं दिया तो अब ईडी कोई भी कार्रवाई कर सकती है। ऐसी स्थिति में जब राज्य में कोई राजनैतिक संकट या संवैधानिक संकट आयेगा तो कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री और फिर विधायक बनाया जा सकता है।
निशिकांत ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर दावा किया कि गांडेय में विधानसभा का उपचुनाव नहीं हो सकता है क्योकि यहां विधानसभा का कार्यकाल एक साल से कम बचा हुआ है। उन्होने मुंबई हाईकोर्ट के कटोला विधानसभा सीट को लेकर सुनाये गए फैसले का हवाला देते हुए लिखा कि मुंबई हाईकोर्ट के कटोला विधानसभा के निर्णय के अनुसार अब गांडेय में चुनाव नहीं हो सकता। कटोला विधानसभा जब खाली हुआ था तो विधानसभा का कार्यकाल 1 साल 50 दिन बचा हुआ था।
उन्होने राज्य के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन को टैग करते हुए लिखा कि राज्यपाल महोदय जब कल्पना सोरेन जी कही से विधायक नहीं बन सकती तो मुख्यमंत्री कैसे बनेंगी। राज्यपाल को इस मामले में कानूनी सलाह लेनी चाहिए, झारखंड विधानसभा का गठन 29 दिसंबर 2019 को हुआ है, सरफराज अहमद का इस्तीफा 31 दिसंबर 2023 को हुआ है, एक साल से कम समय में इस्तीफा नहीं हो सकता।
निशिकांत ने आगे लिखा कि ये पार्टी हेमंत सोरेन जी की नहीं शिबू सोरेन जी की है, सीता सोरेन और बसंत सोरेन विधायक है, चंपई जी, मथुरा जी, साइमन व लोबिन, नलिन जी के खून पसीने की पार्टी का इतना बुरा हाल। आगे निशिकांत ने लिखा वैसे गांडेय सीट एनडीए हर हाल में जीतेगी। सरफराज के इस्तीफे और निशिकांत के दावे के बीच अब सबकी निगाहें ईडी के एक्शन और राज्यपाल के फैसले पर जाकर रूक गई है।