डेस्क: सलमान खान और शाहरूख खान जैसे सुपरस्टार के साथ बॉलीवुड में काम कर चुकी अभिनेत्री ममता कुलकर्णी ने अपनी नई पारी शुरू की है। 24 जनवरी को ममता कुलकर्णी किन्नर अखाड़े की महामंडलेश्वर बनीं, उन्होने महाकुंभ के दौरान संगम में पिंडदान किया। किन्नर अखाड़े में उनका पटटाभिषेक कार्यक्रम हुआ।
पटटाभिषेक कार्यक्रम में उन्होंने फूलों से सजी एक थाल में दीया रखकर उनसे गंगा में प्रवाहित किया। इसके बाद एक्ट्रेस ने उन्होंने पवित्र जल में डुबकी लगाई। मीडिया से बातचीत में ममता कुलकर्णी ने कहा- महादेव, मां काली और मेरे गुरु का ये आदेश था. ये सब उन्होंने डिसाइड किया था। आज का दिन भी उन्होंने डिसाइड किया था।मैंने कुछ नहीं किया है।ममता कुलकर्णी को नया नाम दे दिया गया है. उनका नाम श्री यामिनी ममता नन्द गिरी घोषित किया गया है।


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बॉलीवुड को बाय-बाय, सनातन का सहारा
ममता कुलकर्णी ने किन्नर अखाड़े की आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी डॉक्टर लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी, जूना अखाड़े की महामंडलेश्वर स्वामी जय अंबानंद गिरीजी के साथ मुलाकात की। 25 साल बाद ममता कुलकर्णी दिसंबर 2024 में भारत आई। सालों बाद उनके भारत आने पर हैरानी हो गई थी उनके फैंस में खुशी दौड़ गई थी। माना जा रहा था कि ममता कुलकर्णी, बॉलीवुड में वापसी या बिग बॉस 18 में एंट्री के लिए भारत आई हैं। हालांकि एक्ट्रेस ने इन सभी अफवाहों और कयासों को खारिज करते हुए बताया था कि वो महाकुंभ 2025 का हिस्सा बनने के लिए आई हैं।
नया नाम यमाई ममता नंद गिरि
पट्टाभिषेक के बाद लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने घोषणा की कि ममता कुलकर्णी को किन्नर अखाड़ा की महिला शाखा में महामंडलेश्वर पद पर पट्टाभिषेक किया गया और उन्हें नया नाम यमाई ममता नंद गिरि दिया गया।पट्टाभिषेक के बाद संवाददाता सम्मेलन में ममता कुलकर्णी ने बताया कि उन्होंने कुपोली आश्रम में जूना अखाड़ा के चैतन्य गगन गिरि महाराज से 23 साल पूर्व दीक्षा ली थी और वह दो साल से लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी के संपर्क में हैं।

23 साल बद मिली सफलता
उन्होंने बताया, “लक्ष्मी नारायण त्रिपाठी ने मेरी 23 साल की तपस्या को समझा और स्वामी महेंद्रानंद गिरि महाराज ने मेरी परीक्षा ली जिसमें मैं उत्तीर्ण हुई। मुझे नहीं पता था कि पिछले तीन दिनों से मेरी परीक्षा ली जा रही है। मुझे कल ही महामंडलेश्वर बनाने का न्यौता मिला।”कुलकर्णी ने कहा, “किन्नर अखाड़ा के मध्यम मार्गी होने के कारण मैं इसमें शामिल हुई। मुझे बॉलीवुड में वापस नहीं जाना था, इसलिए 23 साल पहले मैंने बॉलीवुड छोड़ दिया। अब मैं स्वतंत्र रूप से मध्यम मार्ग अपनाते हुए सनातन धर्म का प्रचार करूंगी। मैं इससे पूर्व 12 साल पहले यहां महाकुंभ में आई थी।”
ममता की तपस्या की परीक्षा
ममता कुलकर्णी ने कहा, “स्वामी महेंद्रानद गिरि, इंद्र भारती महाराज और एक अन्य महाराज मेरे सामने ब्रह्मा विष्णु महेश के रूप में सामने आ गए। मेरे मन ने कहा कि तुमने 23 साल तपस्या की तो इसका सर्टिफिकेट (महामंडलेश्वर का पद) तो बनता ही है।”
अपने फिल्मी सफर के बारे में उन्होंने कहा, “मैंने 40-50 फिल्मों में अभिनय किया और फिल्म जगत को छोड़ते समय मेरे हाथ में 25 फिल्में थीं। मैंने किसी परेशानी में आकर संन्यास नहीं लिया, बल्कि आनंद की अनुभूति करने के लिए संन्यास लिया।”