रांची: बीजेपी झारखंड सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर पोस्ट किए गए भ्रामक और दुर्भावनापूर्ण वीडियो के बारे में कांग्रेस और झामुमो की शिकायतों को गंभीरता से लेते हुए, चुनाव आयोग ने सीईओ झारखंड को निर्देश दिया है कि वह भाजपा झारखंड को तत्काल निर्देश दें कि वह उक्त पोस्ट को पार्टी के सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से हटा ले, साथ ही उक्त पोस्ट में एमसीसी के प्रावधानों के कथित उल्लंघन के बारे में स्पष्टीकरण देने के लिए नोटिस भी जारी करें।
चुनाव आयोग ने तत्काल कार्रवाई का निर्देश दिया
इसके अलावा सीईओ को निर्देश दिया गया है कि वह मामले में तत्काल कार्रवाई करें और आईटी अधिनियम की धारा 79(3)(बी) के तहत राज्य में नामित प्राधिकारी के साथ समन्वय करके आपत्तिजनक पोस्ट को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से शीघ्रता से हटवाएं।
कांग्रेस-जेएमएम ने जताई है आपत्ति
आज आयोग को दी गई अपनी शिकायत में झामुमो और कांग्रेस ने भाजपा झारखंड द्वारा पोस्ट किए गए वीडियो को भ्रामक और विभाजनकारी बताते हुए आपत्ति जताई है।
क्या है विवादित विज्ञापन में
वीडियो में झामुमो समर्थक का घर झामुमो पार्टी के बैनर के साथ दिखाया गया है। इसमें हेमंत सोरेन जैसी तस्वीर वाला एक पोस्टर भी दिखाया गया है, जिस पर कैप्शन लिखा है “शुद्ध झारखंड का क्या पलट कर देंगे”। वीडियो में एक विशेष समुदाय के सैकड़ों लोग बिना बताए घर में घुसते हुए दिखाई दे रहे हैं और जबरन वहां रहने की नीयत से घुस रहे हैं।
नफ़रत फैलाने वाला विज्ञापन
शिकायत में आरोप लगाया गया कि झारखंड भाजपा द्वारा प्रकाशित वीडियो निराधार आरोपों और झूठ से भरा हुआ है, जिसका उद्देश्य झामुमो और उसके नेताओं के खिलाफ नफरत और दुश्मनी की भावना पैदा करके मतदाताओं को अनुचित रूप से प्रभावित करना है
जेएमएम ने लिखी चिट्ठी
झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम) ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के खिलाफ झूठे और भ्रामक प्रचार अभियान चलाने का आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग को एक ज्ञापन सौंपा है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि बीजेपी के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल “BJP JHARKHAND (BJP4JHARKHAND)” ने आदर्श आचार संहिता का घोर उल्लंघन करते हुए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी पार्टी के खिलाफ फर्जी व विभाजनकारी प्रचार सामग्री प्रसारित की है।
क्या है जेएमएम का आरोप
जेएमएम के महासचिव विनोद कुमार पांडे द्वारा सौंपे गए ज्ञापन में कहा गया है कि बीजेपी ने 16 नवंबर, 2024 को अपने सोशल मीडिया हैंडल से एक भ्रामक विज्ञापन प्रकाशित किया। इस विज्ञापन में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की तस्वीर का उपयोग करते हुए कहा गया है, “पूरे झारखंड का काया पलट कर देंगे।” इसमें एक व्यक्ति को यह कहते हुए दिखाया गया है कि “ये लोग आपका घर भी तोड़ देंगे।” विज्ञापन में ऐसी सामग्री प्रदर्शित की गई है, जिससे समाज में भय और घृणा फैलाने का प्रयास किया गया है।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी (झारखंड) को भाजपा झारखंड के अधिकारिक सोशल मीडिया @X हैंडल (BJP4Jharkhand) के द्वारा झारखंड विधानसभा चुनाव 2024 मे “आदर्श आचार संहिता” का उल्लंघन करते हुए सामाजिक ध्रुवीकरण के उद्देश्य हेतु प्रचार प्रसार को तत्काल बन्द करने के संबंध मे ज्ञापन दिया।… pic.twitter.com/4o4LANUcST
— Vinod Kumar Pandey (@VinodPandeyJMM) November 17, 2024
आचार संहिता का उल्लंघन
जेएमएम ने कहा कि यह विज्ञापन न केवल झूठे तथ्यों पर आधारित है, बल्कि “जन प्रतिनिधित्व अधिनियम, 1951” की धारा 123 का भी उल्लंघन है। ज्ञापन में यह भी आरोप लगाया गया है कि यह अभियान मतदाताओं को गुमराह करने और विपक्षी पार्टियों के प्रति नफरत फैलाने के उद्देश्य से चलाया गया है।
क्या है जेएमएम की मांग
पार्टी ने चुनाव आयोग से निम्नलिखित कार्रवाई करने की मांग की है:
- “BJP JHARKHAND (BJP4JHARKHAND)” हैंडल को तत्काल प्रतिबंधित किया जाए।
- सभी भ्रामक सामग्री और वीडियो को तुरंत हटाया जाए।
- ऐसे झूठे और फर्जी प्रचार अभियान चलाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाए।
विनोद कुमार पांडे ने कहा, “यह अभियान जनता के बीच भ्रम और विभाजन फैलाने का प्रयास है। बीजेपी की यह हरकत न केवल लोकतंत्र की मर्यादा के खिलाफ है, बल्कि झारखंड के लोगों को गुमराह करने की साजिश है।”