लोहरदगाः भारतीय प्रशासनिक सेवा के 2017 बैच के अधिकारी डॉक्टर कुमार ताराचंद ने मंगलवार को लोहरदगा के उपायुक्त के रूप में पद्भार ग्रहण कर लिया। जिले के 42वें उपायुक्त बने डॉक्टर कुमार ताराचंद ने निर्वतमान उपायुक्त वाघमारे प्रसाद की उपस्थिति में पद्भार संभाला।लोहरदगा पहुंचने पर जिला परिसदन में डीडीसी दिलीप प्रताप सिंह शेखावत ने और उपायुक्त के कार्यालय कक्ष में जिले से स्थानांतरित उपायुक्त डा. वाघमारे प्रसाद कृष्ण ने बुके देकर नव पदस्थापित उपायुक्त डा. कुमार ताराचंद का स्वागत किया।
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लोहरदगा के उपायुक्त बने डॉक्टर कुमार तारचंद इससे पहले झारखंड के कृषि निदेशक थे। कोरोना के समय उन्होने प्रशासनिक कार्य के साथ ही मरीजों का इलाज भी किया था जिसकी वजह से उनकी खूब सराहना हुई। उन्होने डॉक्टर के रूप में काम करते हुए सिविल एसडीओ बरही का पद भी संभाला। इन्हें राष्ट्रीय स्वास्थ्य, परिवार और कल्याण संस्थान में एक डॉक्टर के रूप में सूचीबद्ध किया गया है। वह एस्क्लेपियस वेलनेस प्राइवेट लिमिटेड से जुड़े हुए हैं। वह रांची आयुर्वेदिक दवाओं को बढ़ावा में भी शामिल रहे हैं।
पदभार संभालने के बाद डा. कुमार ताराचंद ने जिले के अधिकारियों से परिचय करते हुए संक्षिप्त वार्ता की। तत्पश्चात मीडिया से बातचीत में नवपदस्थापित उपायुक्त ने सबसे पहले कहा कि लोहरदगा जिले में उपायुक्त के रूप में कार्य करने का अवसर मिलने पर परम पिता ईश्वर, झारखंड के मुख्यमंत्री और अपने माता-पिता का धन्यवाद देता हूं। उन्होंने कहा कि वे सरकार के दिशा-निर्देशों का पूरी निष्ठा से पालन करेंगे और जिले के सर्वांगीण विकास को प्राथमिकता देंगे। उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि, और आधारभूत संरचनाओं के क्षेत्र में तेज़ी से काम करने की प्रतिबद्धता जताई। उन्होंने कहा कि लोहरदगा कृषि बहुल जिला है, जहां 80 प्रतिशत आबादी कृषि पर निर्भर करती है। लोहरदगा जिले के विकास कार्य को गति देनी है, यहां के लोगों के उत्थान व उन्नति के लिए कार्य करना है। लोहरदगा जिला में विशेषकर शिक्षा, स्वास्थ्य, कृषि समेत अन्य कार्यों की बेहतरी के लिए कार्य करते हुए आगे बढ़ना है। उन्होंने कहा कि सरकार के निर्देश का अनुपालन और विकास को गति देकर लोहरदगा जिले को झारखंड ही नहीं बल्कि देश के मानचित्र में आगे लाना है। किसानों को आगे बढ़ाने का काम करना है और सरकार की योजना को गति देना है। जिले में जो भी विकास कार्य चल रहे हैं उसे अनवरत आगे बढ़ाना उनका दायित्व है। उपायुक्त ने यह भी कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य जिलावासियों के जीवन स्तर को ऊपर उठाना और उनकी समस्याओं का समुचित समाधान करना है। उन्होंने यह भरोसा दिलाया कि जनता और प्रशासन के बीच संवाद व सहयोग से जिले को विकास की नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया जाएगा। मौके पर उप विकास आयुक्त दिलीप प्रताप सिंह शेखावत, आइटीडीए परियोजना निदेशक सुषमा नीलम सोरेंग, अनुमंडल पदाधिकारी अमित कुमार, पंचायती राज पदाधिकारी अंजना दास, अवर निबंधक सुभाष दत्ता, डीपीआरओ शिवनंदन बडाईक, आशीष कुमार समेत अन्य जिला स्तरीय पदाधिकारी उपस्थित थे।