रांचीः झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन अपने पिता और राज्य के कद्दावर नेता शिबू सोरेन को स्वास्थ्य जांच के लिए दिल्ली लेकर गए हैं। जानकारी के अनुसार, शिबू सोरेन को विशेष विमान से दिल्ली ले जाया गया है, जहां डॉक्टरों की निगरानी में उनकी चिकित्सा प्रक्रिया चलेगी। फिलहाल उनकी वापसी की तारीख तय नहीं है, और पूरी जांच के बाद ही वे लौटेंगे। बताया जा रहा है कि सांस लेने में तकलीफ की शिकायत के बाद उन्हें रांची के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों की सलाह पर उन्हें एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजा गया, जहां विशेषज्ञ उनकी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं।
झारखंड की राजनीति में शिबू सोरेन का महत्व
शिबू सोरेन, जिन्हें आदिवासी समुदाय में ‘दिशोम गुरु’ के नाम से जाना जाता है, झारखंड की राजनीति के सबसे प्रभावशाली नेताओं में से एक हैं। उन्होंने झारखंड अलग राज्य आंदोलन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) के संस्थापक के रूप में लंबे समय तक आदिवासी हितों की आवाज उठाई। कई बार सांसद और मुख्यमंत्री रह चुके शिबू सोरेन झारखंड की सियासत के मजबूत स्तंभ माने जाते हैं। उनके स्वास्थ्य को लेकर राज्यभर में चिंता जताई जा रही है, क्योंकि वे झारखंड के सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य में आज भी बेहद प्रभावशाली नेता हैं।
पहले भी बिगड़ी थी तबीयत
साल 2023 में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के रात्रि भोज में शामिल होने के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के साथ शिबू सोरेन भी दिल्ली गए थे। इस दौरान अचानक उनकी तबीयत बिगड़ गई, जिसके बाद उन्हें तत्काल सर गंगाराम अस्पताल में भर्ती कराया गया था। हेमंत सोरेन पूरे समय उनके साथ मौजूद थे। डॉक्टरों ने उनकी स्थिति को देखते हुए उन्हें दो दिन तक गहन निगरानी में रखने की सलाह दी थी।
झारखंड के लोगों के लिए दिशोम गुरु सिर्फ एक नेता नहीं, बल्कि संघर्ष और आदिवासी पहचान के प्रतीक हैं। समर्थक उनकी जल्द स्वस्थ होने की कामना कर रहे हैं।