कोडरमाः जिला में इन दिनों हाथियों के झुंड से गा्रमीण इलाकों में दहशत है। 25 से 30 की संख्या में घूम रहा हाथियों का झुंडा पिछले 10 मार्च से ग्रामीण इलाको में घूम रहा है और इस दौरान फसल और घरों को नुकसान पहुंचा रहा है।
हाथ में जगह नहीं थी तो मुंह में रख ली झील से पकड़ी हुई जिंदा मछली, शख्स की तड़प-तड़पकर मौत
कभी मरकच्चो में, कभी डोमचांच में तो कभी जयनगर के इलाके में पिछले करीब एक महीने से हाथियों झुंड घूम रहा है। इस दौरान लोगों की संपत्तियों को नुकसान पहुंचा रहा है। गुरूवार की रात डोमचांच के नीरू पहाड़ी के पास सड़क पर करता हुआ देखा गया। इस दौरान कोडरमा-गिरिडीह मेन रोड़ में करीब दो घंटे तक जाम की स्थिति बनी रही। मौके पर मौजूद वनकर्मियों ने हैवी LED लाइट जलाकर हाथियों को रिहाइशी इलाके से जंगल की ओर खदेड़ा।
इससे पहले हाथियों के झुंड ने डोमचांच प्रखंड के बेलाटांड में आधा दर्जन घरों को क्षतिग्रस्त किया था और सैकड़ों एकड़ में लगी फसल को रौंद डाला था।
कोडरमा में हाथियों के झुंड का आतंक
25-30 हाथियों का झुंड फसल और घर का कर रहा है नुकसान
जयनगर, मरकच्चो और डोमचांच इलाके में घूम रहा है हाथियों का झुंड#JharkhandNews pic.twitter.com/hvV5WwrfvN
— Live Dainik (@Live_Dainik) April 11, 2025
दो भाईयों ने जमीन विवाद में कर दी रिश्तेदार की हत्या, एक ने डर से पुलिस के सामने कर दिया सरेंडर
10 मार्च को पहली बार हाथियों का यही झुंड मरकच्चो के पपलो जंगलों में देखा गया था, इसके बाद वहां से विचरण करते हुए हाथियों का झुंड जयनगर पहुंचा। जयनगर के बाद डोमचांच के जंगलों में हाथियों के इसी झुंड को देखा गया। जिसके बाद हाथियों का झुंड लोकाई, इंदरवा होते हुए बिहार के नवादा और रजौली चला गया था, लेकिन वहां से हाथियों का झुंड दोबारा बिहार झारखंड की सीमा पर अवस्थित मेघातरी और ताराघाटी होते हुए फिर से कोडरमा पहुंचा। पिछले तीन दिनों से हाथियों का यह झुंड डोमचांच के अलग-अलग जंगलों में विचरण कर रहा है। दिन में जहां हाथी जंगलों में आराम कर रहा हैं, वही रात के समय हाथियों का झुंड घर और फसलों को नुकसान पहुंचा रहा हैं। वन प्रमंडल पदाधिकारी सौमित्र शुक्ल ने कहा कि हाथियों को गांव से जंगलों की ओर खदेड़ने के लिए 18 लोगों की क्यूआरटीटीम बनाई गई है, जो लगातार मुस्तैद है। इसके अलावे प्रभावित ग्रामीणों को होने वाले नुकसान का आकलन भी किया जा रहा है।