Jharkhand Politics News: चंपाई सोरेन की कैबिनेट में कांग्रेस कोटे से दो मंत्री बनाए जा सकता है। आलमगीर आलम की जगह इरफान अंसारी (Irfan Ansari) और बादल पत्रलेख को हटाकर उनकी जगह दीपिका पांडेय सिंह (Dipika Pandey Singh) को मंत्री बनाए जाने की संभावना है। पूर्व में दीपिका पांडेय सिंह से गोड्डा की उम्मीदवारी भी छिन ली गई थी।
झारखंड कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर और कल्पना सोरेन के जेल में जाकर पूर्व मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से मुलाकात करने के अलग-अलग मायने निकाले जा रहे हैं। दो घंटे तक चली मुलाकात में विधानसभा की तैयारी और मंत्री पद पर चर्चा हुई है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस में अल्पसंख्य वर्ग का प्रतिनिधित्व करने वाले को ही मंत्री बनाया जाएगा। इस अनिवार्यता में इरफान अंसारी फिट बैठ रहे हैं। हाल में ही उन्होंने सीएम की बड़ी तारीफ की है।
मंत्री पद से हटाए जा सकते हैं बादल
लेकिन जो सबसे ज्यादा चौकाने वाले खबर है, वह है कि राज्य के कृषि मंत्री बादल पत्रलेख को उनके पद से हटाया जाएगा और दीपिका पांडेय सिंह चंपाई सोरेन की कैबिनेट में जगह मिलेगी। इस दौरान एक तीर से दो निशाना साधने की तैयारी चल रही है। कुछ बड़े नेताओं का मानना है कि हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन को अभी कैबिनेट में जगह नहीं दी जाए।
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कल्पना सोरेन भी नहीं बनेंगी मंत्री
इसके पीछे विधानसभा चुनाव भी कारण है। कहा जा रहा है कि चार माह में राज्य में विधानसभा चुनाव है। लोकसभा चुनाव में कांग्रेस और जेएमएम की जोड़ी ने शानदार प्रदर्शन किया है। कई वरीय नेताओं का मानना है कि ऐसे में विधानसभा तक कल्पना सोरेन को मंत्री नहीं बनाया जाए। कई लोग बैधनाथ राम को मंत्री पद देने की पैरवी कर रहे है।
बैधनाथ राम बनेंगे मंत्री
बैधनाथ राम एक बार मंत्री बनते रह गए थे। उन्हें चंपाई सोरेन की कैबिनेट में शामिल किया जाना था। लेकिन ऐन मौके पर उनका पत्ता काट दिया गया। इससे बैधनाथ राम नाराज भी थे। उन्होंने मीडिया से खुलकर बातचीत भी की थी। कहा था उन्हें पहले तो मंत्री बनाने की बात कही गई थी, लेकिन शपथ ग्रहण समारोह के दौरान ही मना कर दिया गया।
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