झरिया: जम्मू कश्मीर के उधमपुर कैंप में तैनात रहे जामाडोबा जीतपुर निवासी 34 वर्षीय प्रज्ञानंद सिंह का गुरुवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। जम्मू कश्मीर में ड्यूटीरत आर्मी के जवान प्रज्ञानंद सिंह की मौत ड्यूटी के दौरान जम्मू कश्मीर स्थित उधमपुर कैंप में हो गई थी । गुरुवार को उनका पार्थिव शरीर सेना के जवानों द्वारा ससम्मान जामाडोबा जीतपुर स्थित आवास लाया गया, जहां परिजनों समेत इलाके के जनप्रतिनिधि औऱ नेता भी मौजूद रहे। बीजेपी की प्रदेश कार्यसमिति सदस्य रागिनी सिंह, धनबाद से बीजेपी प्रत्याशी ढुल्लू महतो, धनबाद के विधायक राज सिन्हा सहित बड़ी संख्या में ग्रामीणों तथा क्षेत्रवासियों ने गमगीन माहौल में उनके अंतिम दर्शन उन्हें नम आंखों से अंतिम विदाई दी। वही रागिनी सिंह शहीद के परिजनों से मिली एवं घटना पर दुख जताते हुए अपनी गहरी शोक संवेदनाएं व्यक्त कर उन्हे ढाढस बंधाय।। शहीद सैनिक प्रज्ञानंद उनके मंझले भाई मनोज कुमार ने मुखाग्नि दी । अंतिम दर्शन के वक्त हर आंख नम हो गई। प्रज्ञा नंद सिंह की अंतिम यात्रा में आर्मी के सूबेदार देवाशीष नंदी ने पुष्पचक्र अर्पित कर उन्हे अपनी श्रद्धांजलि दी।
इस घटना के बाद से स्वजन सहित मुहल्लेवालों में मातम सा छा गया है। हालांकि आर्मी जवान प्रज्ञानंद की मौत के बारे में अभी कुछ भी स्पष्ट नहीं है जिसके कारण मौत के कारणों के बारे में नही पता चला है मृतक आर्मी के जवान प्रज्ञानंद तीन भाई है। बड़े भाई पुष्पनारायण सिंह भी आर्मी में है जो पंजाब के अंबाला में पदस्थापित है। वही मझले भाई मनोज कुमार सिंह कोल इंडिया के ईसीएल के मुगमा एरिया में कार्यरत है ।
प्रज्ञानंद के शहीद होने से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा है । छोटे-छोटे बच्चे और पत्नी का विलाप सुन पूरा मोहल्ला द्रवित हो गया ।