पटनाः बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए और महागठबंधन के प्रत्याशी के दूसरे के खिलाफ ताल ठोक रहे है। दरभंगा जिले के जाले विधानसभा क्षेत्र में कांग्रेस की ओर से ऋषि मिश्री और बीजेपी की ओर से राज्य सरकार में मंत्री जीवेश मिश्रा के बीच कांटों का मुकाबदला है। इसी बीच कांग्रेस उम्मीदवार ऋषि मिश्रा ने बीजेपी उम्मीदवार जीवेश मिश्रा की प्रचार गाड़ी को रोक दिया। जीवेश मिश्रा की प्रचार गाड़ी में बड़ी संख्या में घड़ी और कैलेंडर मिले जिसमें जीवेश मिश्रा की तस्वीर और कमल का निशान लगा हुआ था। ऋषि मिश्रा ने आरोप लगाया कि वोटरों को लुभाने के लिए जीवेश मिश्रा प्रचार सामग्री के नाम पर घड़ी बांट रहे है जो आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है। जाले विधानसभा क्षेत्र के मस्सा ने ऋषि मिश्रा की आपत्ति के बाद पुलिस ने बीजेपी उम्मीदवार की प्रचार गाड़ी स्कार्पियों को अपने कब्जे में ले लिया और जांच शुरू की।
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ऋषि मिश्रा ने इस संबंध में सोशल मीडिया पर एक वीडियो भी जारी किया है, जिसमें जब्त की गई सामग्री दिखाई जा रही है। उन्होंने कहा कि वह कई दिनों से इस मामले की शिकायत कर रहे थे, लेकिन प्रशासन ने कार्रवाई नहीं की। मंगलवार को उन्होंने स्वयं अपने कार्यकर्ताओं के साथ स्कॉर्पियो को पकड़वाया, जिसके बाद चालक मौके से फरार हो गया। वहीं, आरोपों पर सफाई देते हुए भाजपा प्रत्याशी जीवेश कुमार ने कहा कि यह पूरी तरह से वैध प्रचार सामग्री है। गाड़ी के लिए अनुमति पत्र (परमिट) और सामान का पूरा बिल मौजूद है। उन्होंने कहा कि विपक्ष जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहा है। यह सब हमारे प्रचार अभियान को रोकने का षड्यंत्र है।
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उन्होंने कांग्रेस प्रत्याशी पर निशाना साधते हुए कहा कि ऋषि मिश्रा अपने पिता पूर्व विधायक विजय कुमार मिश्रा के पदचिह्नों पर राजनीति कर रहे हैं और जनता में उनकी कोई पकड़ नहीं है। पिछले दस साल से सत्ता से दूर हैं, लेकिन फिर भी उनमें अहंकार बना हुआ है। भाजपा प्रत्याशी का कहना है कि महागठबंधन जनता के बीच कमजोर पड़ चुका है, इसलिए अब झूठे आरोप लगाकर भ्रम फैलाने की कोशिश की जा रही है। फिलहाल पुलिस ने स्कॉर्पियो और जब्त की गई सामग्रियों को अपने कब्जे में ले लिया है। जांच जारी है। इस घटना के बाद जाले विधानसभा क्षेत्र में राजनीतिक सरगर्मी तेज हो गई है और दोनों दलों के बीच बयानबाजी का दौर शुरू हो गया है।







