पटनाः पहलगाम आतंकी हमले के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने जांच तेज कर दी है। पंजाब स्थित बठिंडा आर्मी कैंप से पाइवेट रूप से काम करने वाले मोची को गिरफ्तार किया गया है। सेना ने उसे जासूसी के आरोप में पकड़ने के बाद थाना कैंट के हवाले कर दिया है। पकड़ा गया मोची सुनील कुमार 26 साल का है और बिहार के समस्तीपुर जिले का रहने वाला है।
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बताया जा रहा है कि आरोपी सुनील करीब 10 सालों से बठिंडा छावनी के नजदीक बेअंत नगर में रह रहा था। सुनील के मोबाइल चैंटिंग की जांच की जा रही है। उसके मोबाइल में कैंट की तस्वीर मिली है। उसके मोबाइल से एक पाकिस्तानी महिला से बातचीत होने का खुलासा हुआ है। अब तक मिली जानकारी के अनुसार, इस बातचीत और चैट में कुछ संदिग्ध नहीं मिला है। साइबर विशेषज्ञ उसके मोबाइल चैट की स्कैनिंग कर रहे है। सुरक्षा से जुड़े होने की वजह से पुलिस और सेना इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है।
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इस मामले के बाद सैन्य का खुफिया विंग भी सतर्क हो गया है। बताते चले कि 15 दिन पहले बठिंडा सैन्य छावनी के भीतर दाखिल हुए एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया था, जोकि अवैध तरीके से छावनी के अंदर दाखिल हो गया था। फिलहाल सेना का खुफिया विंग दोनों मामलों की जांच कर रहा है।सेना की खुफिया विंग ने कैंट में ही मोची का काम करने वाले युवक सुनील से शक के आधार पर पूछताछ की। फिर उसके मोबाइल फोन की जांच की। इसमें 2023 की वॉट्सऐप चैट मिली, जो युवक और पाकिस्तान की एक लड़की के बीच थी। सेना अधिकारियों ने उससे पूछताछ की तो उसने खुलासा किया कि उसकी पाकिस्तान की एक लड़की से दोस्ती हो गई थी।
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इस मामले को लेकर बठिंडा के सिटी एसपी नरिंदर सिंह ने कहा, ‘फिलहाल सुनील कुमार को जासूस कहना जल्दबाजी होगी। हम आरोपी के मोबाइल को खंगाल रहे हैं। सिटी एसपी नरिंदर सिंह के मुताबिक, ’26 साल का सुनील 2017 से ही बठिंडा कैंट में प्राइवेट तौर पर मोची का काम करता है। वह 12-13 साल से 25 गज, धोबियाना बस्ती में रह रहा था। सुनील के भाई और मामा भी बठिंडा कैंट में ही मोची का काम करते हैं।’