बोकारोः बीएसएल के महाप्रबंधक सुरक्षा कार्यालय प्रशासनिक भवन बोकारो ने बीएस सिटी थाना में तीन और चार अप्रैल को विस्थापित अप्रेंटिस संघ द्वारा बोकारो इस्पता संयत्र के प्रशासनिक भवन व संयंत्र के सभी द्वार के समक्ष किये गये उग्र, हिंसक व अवैध प्रदर्शन के संबंध में प्राथमिकी दर्ज करायी है। 500 से ज्यादा अज्ञात लोगों के खिलाफ मामला दर्ज हुआ है।
जमशेदपुर में महावीर झंडा विसर्जन के दौरान बड़ा हादसा, हाईटेंशन तार की चपेट में आये कई लोग
मुख्य सुरक्षा अधिकारी ने अपने आवेदन में कहा है कि तीन अप्रैल को विस्थापित अप्रेंटिस संघ नामक संगठन द्वारा नियोजन की मांग को लेकर प्रशासनिक भवन, बीएसएल, बोकारो के मुख्य द्वार के समक्ष एक अवैध प्रदर्शन आयोजित किया गया। उक्त प्रदर्शन की पूर्व सूचना विस्थापित अप्रेंटिस संघ द्वारा सेल बोकारो इस्पात संयंत्र को एक अप्रैल को दी गयी थी। इसके बाद बोकारो इस्पात संयंत्र ने इस बात की जानकारी पत्र के माध्यम से जिला प्रशासन को दी थी। एसडीओ चास द्वारा विधि व्यवस्था के दृष्टिकोण से तीन अप्रैल को बीएसएल प्रशासनिक भवन के मुख्य द्वार के समक्ष अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन व बीएसएल के उच्च अधिकारियों के आवास का घेराव कार्यक्रम आयोजित करने की अनुमति नहीं दी थी।
प्रिंसिपल पर लगा छात्रा से गंदी बात करने का आरोप, रात में कॉल करने का बनाता था दवाब
साक्ष्य के रूप में वीडियो और फोटाग्राफ दिये गये है। आवेदन में लिखा गया है कि सहायत के लिए ड्रोन द्वारा की गयी पूरी वीडियोग्राफी, घायल सुरक्षाकर्मियों की चिकित्सीय रिपोर्ट एवं घटनास्थल के फोटोग्राफ साक्ष्य के रूप में उपलब्ध कराये गये है। विस्थापितों के द्वारा किये गये प्रदर्शन से बोकारो इस्ताप संयंत्र को 200 करोड़ से अधिक की क्षति का अनुमान है। इस प्रदशर्न के दौरान हुए लाठीचार्ज में प्रेम महतो नाम के युवक की मौत हो गई। इसके बाद बोकारो विधायक और डुमरी विधायक के साथ बीजेपी सांसद ने विस्थापितों की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। लाठीचार्ज में मारे गये प्रेम महतो के परिजनों को 50 लाख रुपया मुआवजा और एक नौकरी दी गई।