गिरिडीहः नक्सलियों के खिलाफ चलाये जा रहे अभियान के तहत झारखंड पुलिस को एक बड़ी सफलता लगी है। उग्रवादी संगठन भाकपा माओवादी के शीर्ष नेता और 10 लाख रुपये के इमानी नक्सली रामदयाल महतो उर्फ बच्चन दा मुख्य धारा में लौट गए है। 70 वर्षीय इस 10 लाख के इनामी नक्सली ने झारखण्ड सरकार के आत्मसमर्पण एवं पुनर्वास नीति नई दिशा-एक नई पहल से प्रभावित होकर बच्चन ने सरेंडर किया है।यहां उपस्थित डीआईजी सुनील भास्कर, एसपी डॉ बिमल कुमार, एसएसबी के पदाधिकारी संजीव कुमार ने रामदयाल ऊर्फ बच्चन को 10 लाख का चेक भी दिया। यहां बताया गया कि राज्य मुख्यालय के आदेशानुसार गठित गिरिडीह जिला के जिला स्तरीय स्क्रीनिंग कमिटी के सदस्यों के समक्ष दस लाख रूपये के इनामी नक्सली रामदयाल महतो ( पिता स्व गुलाब चंद महतो ) ने सरेंडर किया है। रामदयाल पीरटांड प्रखंड के पिपराडीह का रहनेवाला है।
BJP-AJSU-JDU के बीच सीट शेयरिंग फाइनल! हेमंता बिस्व सरमा ने कहा जल्द होगी घोषणा
पुलिस पदाधिकारियों ने बताया कि रामदायल झारखण्ड – बिहार के कई नक्सली वारदात में शामिल रहा है। तोपचांची थाना उड़ाने एवं एसएलआर सहित करीब 07-08 हथियार को लुटने में इनकी अहम भूमिका रही है, वर्तमान में इनके नेतृत्व में वर्ष 2022 में डुमरी थाना के तलियाबहियार गांव के उप-मुखिया असलम अंसारी को पुलिस मुखबीर घोषित कर गोली मार कर हत्या कर दी गई थी।रामदयाल महतो गिरिडीह जिला के लगभग काण्ड एवं धनबाद जिला के 11 कुल 54 कांडों में वांछित रहे हैं। झारखण्ड राज्य में इनका काफी लम्बा अपराधिक इतिहास रहा है।
धनबाद में CBI की रेड, कोलियरी प्रबंधक और क्लर्क रिश्वत लेते गिरफ्तार
DIG ने बताया कि इनके आत्मसमर्पण किये जाने से अन्य उग्रवादियों को भी आत्मसमर्पण करने की प्रेरणा मिलेगी तथा वे लोग भी आत्मसमर्पण करने की दिशा में प्रयत्नशील होंगे। चूंकि ये नक्सली संगठन के जोनल कमिटी मेंबररहे हैं, इनके आत्मसमर्पण से नक्सली घटनाओ में काफी कमी आयेगी तथा गिरिडीह, बोकारो तथा धनबाद आदी क्षेत्रों के साथ-साथ पूरे झारखण्ड में नक्सलियों के मनोबल में गिरावट आयेगी।