बेस्टसेलिंग अंग्रेजी लेखक दुर्जोय दत्ता की नई किताब “वर्ल्ड्स बेस्ट गर्लफ्रेंड” उनकी पिछली किताबों की ही तरह एक बेहतरीन कहानी कहती है। ये किताब रिश्तों की जटिलताओं को दर्शाते हुए सच्चे प्यार की ताकत को दिखाती है।
कहानी के मुख्य किरदार दक्ष और आंचल की दोस्ती, प्यार और फिर रिश्ते में आई तलखियों को लेखक ने बहुत खूबसूरती से कहानी के रूप में लिखा है। किसी भी कहानी को सबसे ज्यादा आकर्षक बनाती है वो जगह जहां कहानी के मुख्य किरदार पहली बार मिलते हैं इस कहानी में वो जगह अंडमान का एक शानदार होटल है जहां आंचल अपने परिवार के साथ छुट्टियां बिताने पहुंची। आंचल मदान एक मध्यम वर्गीय परिवार से है लेकिन एक लकी ड्रॉ ने उसे परिवार के साथ अंडमान के सबसे महंगे होटल में कुछ दिन बिताने का मौका दिया। यहां उसकी मुलाकात दक्ष से होती है जो दुबई के अमीर घराने से है। दोनों मिले और यादगार समय साथ बिताया। छुट्टियां खत्म होते ही दोनों ने एक दूसरे को अलविदा कहा और फिर कई साल तक दोनों के बीच कोई बातचीत नहीं हुई।
आंचल की जिदंगी सबसे ज्यादा उलझी हुई है अपने करियर की उंचाई को पाने के लिये उसने काफी मेहनत की लेकिन अपने रिश्तों को सभालने में उससे चूक हुई उधर दक्ष के साथ जो हुआ उसने सबकुछ बदल दिया। दुबई के पॉश घर से दूर वो मामूली एक कमरे के घर में अपनी पिता और छोटी बहन के साथ रहने लगा।
दक्ष अपनी जिदंगी में आए भूचाल से उभरने की पूरी कोशिश करता है लेकिन जब बात प्यार की आती है तो उसके लिये ये समझना मुश्किल हो जाता है कि क्यों सिर्फ प्यार से जिदंगी नहीं चल सकती। आंचल और दक्ष के दोबारा मिलना सही था या नहीं ये गुत्थी सुलझाने की कोशिश लगातार जारी है।
आंचल दुनिया की बेस्ट गर्लफेंड बनेगी या सबसे खराब गर्लफेंड है ये जानने के लिये इस किताब को पढ़ना जरूरी है और इतना ही नहीं इस कहानी का अंत जानने के लिये इसकी अगली कड़ी का इंतजार भी करना पड़ेगा।
गीता शर्मा