पटनाः खान सर… की शादी हो गई.. मगर दुल्हन कौन है इसका इंतज़ार आज भी है । शादी का रिसेप्शन भी दिया । लोगों ने गिफ्ट भी दिया.. बधाइयां भी दीं.. मगर दुल्हन घूँघट के घूंघट में ही रहीं । जी हां .. देखिए राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद खान हो या फिर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव… खान सर जिनका असली नाम फैजल खान ने शादी तो की लेकिन दुल्हन को घूँघट से बाहर नहीं निकाला.. एक तस्वीर तक क़ैद नहीं होने दी ।
बड़े-बड़े लोग आए लेकिन मजाल है कि खान सर ने दुल्हन का घूँघट हटने दिया हो…. हंस- हंस कर मिले.. दुल्हन भी मुस्कुराती रही लेकिन… खान सर की दुल्हन की तस्वीर कैसी है कोई नहीं जान सका.. दिखते हुए भी दिख नहीं रही थीं मिसेस खान सर…. लाल जोड़े में दुल्हन की झलक तो सबको मिली लेकिन आम तौर पर जिस तरह से शादी के रिसेप्शन में दुल्हा-दूल्हन एक दूसरे से पर्दा नहीं करते और मेहमानों के साथ दुल्हन भी घुल-मिल जाती हैं वैसा यहां कुछ नहीं दिखा ।
जो वीडियो वायरल है उसमें साफ़ देखा जा सकता है कि एक सेकेंड के लिए भी खान सर की पत्नी ने घूँघट हटने नहीं दिया…. तेजस्वी यादव के आने से पहले राज्यपाल आरिफ़ मोहम्मद खान पहुंचे थे लेकिन उनके सामने भी पर्दे में रहीं मिसेज़ खान सर अब तेजस्वी यादव आएं तो खान सर ने खूब बातचीत की.. कहा कि आप के स्टाइल में शादी कर ली.. लेकिन मजाल है कि खान सर ने अपनी दुल्हन को घूँघट हटाने के लिए कहा हो या बातचीत करने के लिए.. यहां तक खान सर की पत्नी की आवाज़ तक कैमरे में रिकॉर्ड नहीं हुई ।
खान सर की शादी के रिसेप्शन में पहुंचे राज्यपाल… दी बधाईयां .. देखिए वीडियो ..#khansirwife pic.twitter.com/f34Uu8VNoY
— Live Dainik (@Live_Dainik) June 2, 2025
ज़ाहिर है.. यू ट्यूब के माहिर खिलाड़ी खान सर.. अपने हर एक्शन की क़ीमत जानते हैं और सोशल मीडिया के वायरल बाज़ार में अपनी क़ीमत को अच्छी तरह पहचाते हैं तभी तो उन्होंने शादी पहले राज बनाए रखा.. फिर क्लास रुम में एलान किया.. जब एलान हो गया तो सबने पार्टी मांगी.. दावत में बिहार के तमाम दिग्गज पहुंचे तो सुर्खियां ये नहीं बनीं कि कौन.. कौन आया बल्कि ख़बर ये बन रही है कि मिसेस खान कौन हैं.. वो दिखती कैसीं हैं और आख़िर उन्होंने घूँघट क्यों नहीं हटाया ।
खैर ये मामला निजता के कैटेगरी में तो आता है लेकिन स्त्रीवादी लोग खान सर के इस हरकत से खफा नज़र आ रहे हैं क्योंकि इसे पर्दा प्रथा को बढ़ावा देने वाला माना जा रहा है.. भारत में इस तरह की प्रथा लुप्त हो चुकी है लेकिन खान सर ने इसे फिर से जिंदा करने की कोशिश की.. कम से कम इंटरनेट पर लोग तो यही कह रहे हैं… सोशल मीडिया पर लोगों का ये भी कहना है कि दुल्हन को घूँघट में रखना कहीं से भी जायज़ नहीं और ये एक तरह से औरतों को पर्दे में रहने की हिदायत देने वाली घटना है ।
हांलाकि खान सर ख़ुद को प्रगतिशील बताते रहे हैं और देश और दुनिया के आर्थिक, सामाजिक और राजनीतिक मुद्दों पर जमकर और खुलकर बोलते हैं …लेकिन जब बारी अपनी दुल्हन की मुँह दिखाई की आई तो कट्टरपंथी या रुढ़ीवादी नज़र आने लगे ।