हजारीबाग : ईडी की छापेमारी के बाद अंबा प्रसाद ने गुरुवार को हजारीबाग में प्रेस कांफ्रेंस की। उन्होंने कहा कि सूत्रों के हवाले से यह अफवाह फैलाने की कोशिश की जा रही है कि मैं 200 करोड़ रुपये की मालकिन हूं, मुंबई से मेरा नाम जोड़ा जा रहा है और कहा जा रहा है कि वहां मेरा एक मकान है। विरोधियों को सूत्र बनाकर उन्हें मानसिक रूप से प्रताड़ित करने की कोशिश की जा रही है। जबकि वो बताना चाहती है कि एक गाड़ी के नाम पृथ्वी पर उनके नाम से कोई संपत्ति नहीं है। गाड़ी भी विधानसभा से फाइनेंस किया गया है और सैलरी से हर महीने स्टॉलमेंट कटता है। इसके अलावा वो गारंटी के साथ बताती है कि उनके नाम से कोई और संपत्ति नहीं है।
ईडी को कैश या कोई जेवरात नहीं मिला
अंबा प्रसाद ने कहा कि कहा कि ईडी को छापेमारी के दौरान उनके आवास से कोई कैश या जेवरात नहीं मिला। हजारीबाग में एक भूखंड पर कब्जा करने के मामले में चर्चा में आने पर अंबा प्रसाद ने कहा कि सीओ ने ही उन्हें और उनके परिवार को फंसाने का काम किया था। सीओ ने एसडीओ के बोलने पर उन्हें और उनके परिवार को फंसाने की साजिश की थी।
छोटी बहन को भी डराने-धमकाने की कोशिश
कांग्रेस अंबा प्रसाद ने ईडी की ओर से जब्त सामानों की लिस्ट भी मीडिया के सामने रखने का काम किया। उन्होंने कहा कि उनके घर से कोई कैष या सोने-चांदी का जेवरात नहीं मिला। ईडी की टीम आई तो 1300 से 1400 रुपया उनके घर में था, जिसे उसने छोड़ दिया। लेकिन ईडी के अधिकारी छह-सात साल छोटी बहन को डराने-धमकाने की कोशिश कर रही है। वो अपना स्टार्ट अप देख रही हैं और उसे भी बंद कराने की कोशिश की कोशिश की जा रही है। इसके अलावा उनके ठिकाने से कोई भी संदिग्ध चीज ईडी को नहीं मिली।
सोनिया गांधी से प्रेरणा ली हूं, झुकना नहीं सीखा
इससे पहले अंबा प्रसाद ने कैश सोशल मीडिया ‘एक्स’ पर एक पोस्ट किया। एक कविता के माध्यम से अंबा प्रसाद ने अपनी भावनाओं का जिक्र किया। उन्होंने लिखा- ‘जब हौसला बना लिया, ऊंची उड़ान का, फिर देखना फिजूल है, कद आसमान का।’ उन्होंने यह भी लिखा- ‘बड़कागांव और हजारीबाग के जनसंघर्ष के लिए मेरे पिताजी और माताजी ने कई वर्षों तक यातनाएं झेली हैं। अब वही कुचक्र सरकारी एजेंसियों के माध्यम से मेरे खिलाफ चलाया जा रहा है। दो दिन से हमारे आवास पर छापेमारी के नाम पर हमें तरह तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है। इनकी कोशिश है कि हम टूट जाएं और हारकर इनकी शर्तें मंजूर कर लें। मैं कांग्रेस पार्टी की एक युवा सिपाही हूं, पिछड़ा वर्ग से होने के नाते और एक महिला होने के नाते मैंने हमेशा आदरणीया सोनिया गांधी जी से प्रेरणा ली है, मैंने झुकना नहीं सीखा है। मेरी बाबा साहेब के संविधान में और भारत के कानून में अटूट आस्था है, न्याय होगा और आखिरकार जीत सत्य की ही होगी।’
बड़कागांव और हजारीबाग के जनसंघर्ष के लिए मेरे पिताजी और माताजी ने कई वर्षों तक यातनाएं झेली हैं। अब वही कुचक्र सरकारी एजेंसियों के माध्यम से मेरे खिलाफ चलाया जा रहा है। दो दिन से हमारे आवास पर छापेमारी के नाम पर हमें तरह तरह से प्रताड़ित किया जा रहा है। इनकी कोशिश है कि हम टूट जाएं और हारकर इनकी शर्तें मंजूर कर लें। मैं कांग्रेस पार्टी की एक युवा सिपाही हूं, पिछड़ा वर्ग से होने के नाते और एक महिला होने के नाते मैंने हमेशा आदरणीया सोनिया गांधी जी से प्रेरणा ली है, मैंने झुकना नहीं सीखा है। मेरी बाबा साहेब के संविधान में और भारत के कानून में अटूट आस्था है, न्याय होगा और आखिरकार जीत सत्य की ही होगी।