पटना: काराकाट लोकसभा सीट पर अपनी करारी हार के बाद उपेंद्र कुशवाहा का दर्द छलका है। कुशवाहा के बयान से बिहार एनडीए में कलह उजागर हो गई है। कुशवाहा ने इशारों इशारों में बताया कि उनके साथ एनडीए में विश्वासघात हुआ है। कुशवाहा काराकाट सीट पर तीसरे नंबर पर रहे थे, जबकि दूसरे नंबर पर भोजपुरी स्टार पवन सिंह रहे थे। माले उम्मीदवार राजाराम सिंह की इस सीट पर जीत हुई थी।
राष्ट्रीय लोक मोर्चा के अध्यक्ष उपेंद्र कुशवाहा ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि चूक हुई या चूक करवाया गया ये सबको पता है, हमें खुलकर बोलने की जरूरत नहीं है, पवन सिंह फैक्टर बना या बनाया गया ये सब लोगों को पता है, हमको कुछ नहीं कहना है। सभी लोगों को पता है सब कुछ। अब किसी से इस बारे में बात करके क्या फायदा। उन्होने आगे कहा कि आजकल सोशल मीडिया का दौर है, इसमें कुछ बताने की जरूरत है क्या! हमको बोलना पड़े इसकी कोई जरूरत है क्या, सब जानते है।
काराकाट सीट पर फंसे उपेंद्र कुशवाहा का प्रचार करने के लिए बीजेपी के कई नेता भी गये लेकिन उन्हे चुनाव में करारी हार का सामना करना पड़ा। काराकाट लोकसभा सीट से सीपीआईएम के राजा राम सिंह ने बाजी मारी। उन्होंने निर्दलीय पवन सिंह को 105858 लाख वोट से हराया। राजा राम सिंह को 380581 लाख वोट मिले, वहीं, पवन सिंह 274723 लाख वोट पाकर दूसरे स्थान पर रहे। कुशवाहा को 253876 लाख वोट हासिल हुए। पवन सिंह और कुशवाहा के बीच वोट का अंतर 20,847 रहा।