लोहरदगाः लोहरदगा संसदीय क्षेत्र में रेलवे की स्थिति बेहतर करने और यात्रियों को सुविधाओं को देखते हुए सांसद सुखदेव भगत के सांसद प्रतिनिधि राज कुमार सिंह उर्फ राज रूद्रा ने रेलवे विभाग 14 सुझाव रखें। इन सुझावों पर रेलवे द्वारा स्थिति स्पष्ट करते हुए जवाब भी दिया गया।
सांसद प्रतिनिधि राज कुमार सिंह की ओर से दिया गया सुझाव और रेलवे का जवाब
1. यात्री की सुरक्षा व अन्यान कारणो से लोहरदगा स्टेशन को पूर्ण रूप से बाउंड्री युक्त किया जाए। रेलवे ने जवाब दिया कि 470 मीटर की Boundary wall गति शक्ति इकाई द्वारा करा दी गई है और बचे हुए कार्य की समीक्षा जल्द ही कर ली जाएगी।
2.हटिया रेलवे स्टेशन वॉशिंग यार्ड में वॉशिंग के बढ़ते दबाव तथा हटिया स्टेशन के निकटवर्ती लोहरदगा स्टेशन में रेलवे के पड़े बड़े भूभाग में “ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट लगाया जाए। रेलवे ने जवाब दिया कि हटिया कोचिंग यार्ड में रांची मण्डल के जिस ट्रेनों का रखरखाव होता है, उन सभी ट्रेनों की कोच धुलाई के लिए पर्याप्त छमता वाला “ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट” उपलब्ध है। भविष्य में बढ़े हुए काम को देखते हुए “ऑटोमेटिक कोच वाशिंग प्लांट” लोहरदगा में लगाने का निर्णय ज़ोन द्वारा लिया जा सकता है।
3. लोहरदगा व गुमला जिले के यात्री टोरी स्टेशन (जिला लातेहार) में जाकर कई ट्रेने पकड़ते हैं परंतु टोरी /चंदवा के राष्ट्रीय राजमार्ग 22 में रोड ओवर ब्रिज (ROB) नहीं बने के कारण रेलवे फाटक प्रायः बंद रहते हैं तथा कई बार घंटे अवधि तक भी बंद रहती है जिससे एम्बुलेंस व यात्री दोनों तरफ फस जाते हैं तथा कई बार मरीजों की मृत्यु भी हो चुकी है। विद्यार्थी परीक्षा केंद्र / इंटरव्यू / शिक्षालय तथा सरकारी / गैर सरकारी आम जन अन्य आकस्मिक कार्यों में नहीं पहुंच पाते हैं। बल्कि ट्रेन पकड़ने के चक्कर में दुर्घटनाग्रस्त भी हो जाते हैं तथा अक्सर ट्रेने भी छूट जाती है। शीघ्रतम निर्माण हो।रेलवे ने जवाब दिया कि यह प्रस्ताव धनबाद मंडल से सम्बंधित है। आवश्यक कार्यवाही हेतु आपके सुझाव को उचित माध्यम से अग्रेषित कर दिया जायेगा
4.अकाशी व इरगांव स्टेशन में यात्रियों के अनुपात से यात्री शेड बहुत छोटा है। शेड की लंबाई बढ़ाई जाए। रेलवे ने जवाब दिया कि अकाशी व इरगांव स्टेशन पर Platform shelter 8.2m और 24.15m क्रमशः उपलब्ध है। अतिरिक्त यात्री शेड हेतु प्रस्ताव जल्द ही भेज दिया जायेगा
5.भोगता बगीचा हॉलट शेड विहीन हॉलट है व प्लेटफॉर्म के फर्श जमीन उबड़-खाबड हैं। शेड का निर्माण, जमीन का समतलीकरण व अन्य मौलिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए।रेलवे ने जवाब दिया कि भोगता बगीचा हॉलट पर 16 मीटर लम्बा यात्री शेड उपलब्ध है। Surface improvement हेतु प्रस्ताव जल्द ही अग्रेषित किया जायेगा
6.अकाशी स्टेशन से पचगांइ फाटक (लगभग 800 मी, रेलवे की जमीन) मार्ग जर्जर है। सड़क को दुरुस्त किया जाए। रेलवे ने जवाब दिया कि यहाँ पहले से ही पक्की सड़क मौजूद है।
7. इटकी से बड़की चांपी स्टेशन वाया लोहरदगा स्टेशन के बीच सभी स्टेशन सीसीटीवी युक्त हो। रेलवे ने जवाब दिया कि नगजुआ, बरकीचांपी स्टेशनों को वीएसएस परियोजना के अंतर्गत शामिल करने के लिए रेलटेल को दिनांक 08.04.2025 को पत्र दिया गया है
8. इरगांव स्टेशन के आधा हिस्से में बन रहे व बंद पड़े बाउंड्री वॉल का निर्माण साथ ही साथ बाकी आगे की ओर बचे हिस्से में भी वाल का निर्माण हो। रेलवे ने जवाब दिया कि लोहरदगा छोर की ओर 200 मीटर चारदीवारी और प्लेटफार्म के साथसाथ रांची छोर की ओर 150 मीटर फेंसिंग लगाई गई है
गुमला को लोहरदगा, कोरबा रेल लाइन से जोडा जाना आवश्यक
9.गुमला जिला रेल लाइन से जुड़ने की सभी अहर्ताएं पूरी करता है बावजूद इसके यह जिला अभी भी रेल सुविधा से वंचित है। इसका प्रभाव सिमडेगा और लोहरदगा जिले की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ रहा है। आवश्यक है कि लोहरदगा से होते हुए गुमला वाया कोरबा तक रेल लाइन के निर्माण की पहल की जाय। इससे जिले में आर्थिक
विकास की संभावनाओं को गति मिलेगी, नये रोजगार का सृजन होगा तथा कृषि क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा। रेलवे ने जवाब दिया कि यह एक नीतिगत मामला है जिसका निर्णय रेलवे बोर्ड एवम् संबंधित रेलवे मुख्यालय के अधिकार क्षेत्र में आता है
प्रमुख शहरों के लिए नई ट्रेनों के परिचालन पर विचार आवश्यक
10.रांची से इंदौर वाया लोहरदगा, टोरी, डाल्टनगंज, सिंगरौली, कटनी, बीना, उज्जैन । रेलवे ने जवाब दिया कि नई ट्रेनों का परिचालन एक नीतिगत मामला है और निर्णय लेने का
अधिकार रेलवे बोर्ड के अन्तर्गत आता है
11. रांची से देहरादून वाया लोहरदगा, टोरी, डाल्टनगंज,वाराणसी, अयोध्या, लखनउ,हरिद्वार। रेलवे ने जवाब दिया कि नई ट्रेनों का परिचालन एक नीतिगत मामला है और निर्णय लेने का अधिकार रेलवे बोर्ड के अन्तर्गत आता है। हालांकि एक नई ट्रेन राँची योगनगरी ऋषिकेश साप्ताहिक ट्रेन वाया बरकाकाना, गया, वाराणसी, लखनऊ, हरिद्वार होकर चलाने के लिए प्रस्ताव टाइम टेबल 2024 के एजेंडे में शामिल करने के लिए राँची मंडल द्वारा दिनांक 21.03.2024 को द.पू.रे.मुख्यालय भेजा गया है।
12. रांची से रक्सौल वाया लोहरदगा, डाल्टनगंज, डेहरी ऑन सोन, सासाराम, आरा, सीतामढ़ी। रेलवे ने जवाब दिया कि नई ट्रेनों का परिचालन एक नीतिगत मामला है और निर्णय लेने का अधिकार रेलवे बोर्ड के अन्तर्गत आता है । वर्तमान में, तीन ट्रेनें 07051/07052 (रक्सौल – सिकंदराबाद), 17006/17005 (रक्सौल-हैदराबाद), 07008/07007 (रक्सौल सिकंदराबाद) वाया राँची होकर परिचालित की जाती हैं
ट्रेन के फेरों में वृद्धिः-
13. ट्रेन सं.18629/18630 रांची गोरखपुर एक्सप्रेस जो सप्ताह में एक दिन परिचालित हो रही है, इसे एक और दिन लोहरदगा, डाल्टनगंज होकर परिचालित कराया जाय।रेलवे ने जवाब दिया कि ट्रेनों का मार्ग परिवर्तन एक नीतिगत मामला है और रेलवे बोर्ड के
अधिकार क्षेत्र में आता है
गुमला में बंद पडे रेलवे टिकट काउंटर को शीघ्र खोलने की पहल की जायः-
फेडरेशन ऑफ झारखण्ड चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज के आग्रह पर माननीय डीआरएम ने अप्रैल 2024 में यह आश्वस्त किया था। चूंकि गुमला रेलवे स्टेशन से बानो एवं लोहरदगा स्टेशन भी समीप है, ऐसे में यहां टिकट काउंटर की उपयोगिता अधिक है। अतः गुमला में बंद पडे रेलवे टिकट काउंटर को यथाशीघ्र खोलने की पहल की जाय।रेलवे ने जवाब दिया कि गुमला में एक यात्री टिकट सुविधा केंद्र का आवंटन रांची मंडल द्वारा हो चुका है एवं लाईसेंसी के द्वारा कुछ आवशयक औपचारिकताएं पूर्ण की जानी बाकी हैं। तत्पश्चात यह यात्री टिकट सुविधा केंद्र जल्द ही आरंभ हो जायेगा