रांचीः बिरसा मुंडा एयरपोर्ट के अराइवल गेट पर पहलगाम के आंसुओं के सैलाब , दर्द और गुस्से को महसूस किया जा सकता था । जैसे ही आईबी अधिकारी मनीष रंजन का शव रांची आया हर किसी की की आंखें नम हो गई । दो बच्चों और पत्नी का हाल देख तो कलेजा फट गया । बीजेपी नेताओं ने एयरपोर्ट ही श्रद्धआंजलि दी और पार्थिव शरीर को झालदा के लिए रवाना किया। ।
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में मनीष रंजन भी आतंकियों की गोली के शिकार हुए थे । वे अपने परिवार के साथ जम्मू-कश्मीर घूमने गए थे । बोकारो से उनके करीब संजीव कुमार गुप्ता जिन्होंने बचपन से मनीष रंजन को देखा था ने बताया कि “बहुत ही मेधावी छात्र थ । हमेशा अव्वल आते थे । हाल में बातचीत हुई थी और बताया था कि मां-पिता को वैष्णों देवी लेकर जाने वाले हैं ”
पहलगाम आतंकी हमले में मारे गये IB ऑफिस मनीष रंजन मिश्रा का पार्थिव शरीर पहुंचा रांची
झालदा में होगा अंतिम संस्कार,मनीष रंजन के पिता मंगलेश मिश्रा झालदा में शिक्षक थे
मनीष रंजन मूल रूप से बिहार के रोहतास के रहने वाले थे#PahalgamTerroristAttack #Pahalgam pic.twitter.com/7yglw24fav
— Live Dainik (@Live_Dainik) April 24, 2025
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मनीष रंजन के पिता झालदा में एक स्कूल में हेडमास्टर के पद से रिटायर हुए हैं । बेटे की मौत से सदमे में थे उन्होंने सिर्फ इतना कहा कि इस समस्या का स्थाई समाधान होना चाहिए ।
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी समेत पार्टी के कई नेता एयरपोर्ट पर पहुंचे थे । बाबूलाल मरांडी ने इस मौके पर बड़ा बयान देते हुए झारखंड के मंत्री हफीजुल हसन के बयान का जिक्र किया और कहा कि जो संविधान से उपर शरियत को मानते हैं ऐसे ही लोगों के की वजह से इस तरह की घटनाएं होतीं हैं ।