दिल्लीः कांग्रेस के नए मुख्यालय का उद्घाटन हो गया है । सोनिया गांधी ने इंदिरा भवन का उद्घाटन किया । दिल्ली के 9 ए कोटला रोड पर मौजूद इस कार्यालय से ही पार्टी अपना कामकाज करेगी । हांलाकि 24 अकबर रोड का पुराना कार्यालय नहीं छोड़ेगी । इंदिरा भवन का उद्घाटन के साथ ही राहुल गांधी का बयान चर्चा में हैं । उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई बीजेपी और आरएसएस के साथ ही नहीं बल्कि भारत राज्य के साथ है जिस पर इन्होंने कब्जा कर लिया है ।
Do not think we are fighting a fair fight. If you believe we are fighting against a political organization called BJP and RSS, they have captured almost every institution in our country. We are now fighting not just the BJP and RSS, but the Indian state itself.
I clearly stated… pic.twitter.com/rJuSgD6tuK
— Congress (@INCIndia) January 15, 2025
मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी ने रखी थी आधारशिला
नए भवन की आधारशिला दिसंबर 2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रखी थी। लगभग 15 वर्षों में इसका निर्माण पूरा हुआ है।
इंदिरा भवन
लोकतंत्र, राष्ट्रवाद, धर्म निरपेक्षता, समावेशी विकास और सामाजिक न्याय की नींव पर बना कांग्रेस का नया मुख्यालय।
कांग्रेस के 140 साल पुराने गौरवशाली इतिहास को खुद में संजोए, यहां की दीवारें सत्य, अहिंसा, त्याग, संघर्ष और देश प्रेम की महागाथा बयां कर रही हैं।… pic.twitter.com/sxV9RJW2Ez
— Congress (@INCIndia) January 15, 2025
कांग्रेस वर्किंग कमेटी के 400 सदस्य मौजूद
इंदिरा गांधी भवन के उद्घाटन समारोह में 400 से अधिक प्रमुख नेता शामिल होंगे। इसमें कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य, स्थायी और विशेष आमंत्रित सदस्य, प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) अध्यक्ष, कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता, लोकसभा और राज्यसभा सांसद, पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहे।
अकबर रोड से कोटला रोड तक का सफर
कांग्रेस ने 1978 में 24 अकबर रोड को अपना मुख्यालय बनाया। यह वह समय था जब आपातकाल के बाद कांग्रेस सत्ता से बाहर थी और पार्टी दो गुटों में बंट चुकी थी। उस समय सांसद गड्डम वेंकटस्वामी ने अपनी सरकारी आवासीय सुविधा – 24 अकबर रोड – पार्टी को दी थी।
24 अकबर रोड नहीं छोड़ेगी कांग्रेस
हालांकि पार्टी का मुख्यालय स्थानांतरित हो जाएगा, लेकिन 24 अकबर रोड को पार्टी पूरी तरह से नहीं छोड़ेगी। यह हाई-प्रोफाइल बैठकों के लिए उपयोग किया जाएगा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं की आम यात्राओं के लिए इसे बंद कर दिया जाएगा, लेकिन विशेष बैठकों के लिए इसका उपयोग जारी रहेगा।