दिल्लीः 24 अकबर रोड भारत की राजनीति के इतिहास का एक ऐसा पता जिसके बिना इतिहास की किताबें भी अधूरी हैं अब खुद इतिहास बनने वाली है। कांग्रेस का मुख्यालय मकर संक्रांति के बाद 15 जनवरी को यहां शिफ्ट हो जाएगा । कांग्रेस मुख्यालय का गृह प्रवेश होगा । 9A कोटला रोड से इंट्री वाली इस इमारत को बनने में करीब पंद्रह वर्ष लग गए हैं।
कांग्रेस के नेताओं और कार्यकर्ताओं के लिए 24 अकबर रोड सिर्फ एक पता नहीं, बल्कि उनकी पार्टी की पहचान रहा है। लुटियंस दिल्ली के इस सफेद रंग के बंगले ने भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के इतिहास के कई ऐतिहासिक और महत्वपूर्ण क्षणों को गहराई से देखा है।
24 अकबर रोड पर ही 1980 में इंदिरा गांधी की सत्ता में विजयी वापसी हुई, 1984 में उनकी हत्या और राजीव गांधी के प्रधानमंत्री बनने का गवाह बना। इसने 1989 में कांग्रेस की हार, पीवी नरसिम्हा राव के कार्यकाल, 1996 से 2004 तक कांग्रेस की राजनीतिक अस्थिरता, सोनिया गांधी के नेतृत्व में पार्टी के पुनरुत्थान और 2014 में उसके पतन तक के सफर का गवाu 24 अकबर रोड ।
15 जनवरी को बदलेगा पता
15 जनवरी से कांग्रेस का राष्ट्रीय मुख्यालय एक नए नाम और पते के साथ नजर आएगा। नया मुख्यालय, जो 9ए कोटला रोड पर स्थित है, “इंदिरा गांधी भवन” के नाम से जाना जाएगा। इस भवन का निर्माण लगभग डेढ़ दशक में पूरा हुआ है, और इसे मकर संक्रांति के अगले दिन उद्घाटन के लिए तैयार किया गया है। हालांकि यह भवन दीनदयाल उपाध्याय मार्ग पर है, लेकिन पार्टी ने मुख्य प्रवेश को कोटला रोड पर रखने का निर्णय लिया ताकि पता 9ए कोटला रोड के नाम से ही जाना जाए।
मनमोहन सिंह और सोनिया गांधी ने रखी थी आधारशिला
नए भवन की आधारशिला दिसंबर 2009 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रखी थी। लगभग 15 वर्षों में इसका निर्माण पूरा हुआ है। अब सोनिया गांधी, कांग्रेस संसदीय दल की अध्यक्ष के तौर पर, एआईसीसी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी की उपस्थिति में इसका उद्घाटन करेंगी।
कांग्रेस वर्किंग कमेटी के 400 सदस्य रहेंगे मौजूद
इंदिरा गांधी भवन के उद्घाटन समारोह में 400 से अधिक प्रमुख नेता शामिल होंगे। इसमें कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य, स्थायी और विशेष आमंत्रित सदस्य, प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) अध्यक्ष, कांग्रेस विधायक दल (सीएलपी) के नेता, लोकसभा और राज्यसभा सांसद, पूर्व मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री भी मौजूद रहेंगे।
अकबर रोड से कोटला रोड तक का सफर
कांग्रेस ने 1978 में 24 अकबर रोड को अपना मुख्यालय बनाया। यह वह समय था जब आपातकाल के बाद कांग्रेस सत्ता से बाहर थी और पार्टी दो गुटों में बंट चुकी थी। उस समय सांसद गड्डम वेंकटस्वामी ने अपनी सरकारी आवासीय सुविधा – 24 अकबर रोड – पार्टी को दी थी।
24 अकबर रोड नहीं छोड़ेगी कांग्रेस
हालांकि पार्टी का मुख्यालय स्थानांतरित हो जाएगा, लेकिन 24 अकबर रोड को पार्टी पूरी तरह से नहीं छोड़ेगी। यह हाई-प्रोफाइल बैठकों के लिए उपयोग किया जाएगा। कांग्रेस कार्यकर्ताओं और नेताओं की आम यात्राओं के लिए इसे बंद कर दिया जाएगा, लेकिन विशेष बैठकों के लिए इसका उपयोग जारी रहेगा।