जमशेदपुर : सरना धर्म कोड की मांग को लेकर आदिवासी सेंगल अभियान की ओर से शनिवार को भारत बंद रखा गया। अपनी मांगों को लेकर सुबह से ही आदिवासी समाज के लोग सड़क पर उतर आए। हालांकि उनके बंद का कोई व्यापक असर नहीं देखा गया। इनकी मांग है कि 15 करोड़ आदिवासियों के लिए अलग से धर्म कोड हो।
सरना धर्म कोड की मांग को लेकर भारत बंद का आंशिक असर जमशेदपुर के ग्रामीण इलाकों में देखने को मिला। करनडीह में टाटा-हाता मुख्य मार्ग को आदिवासी समाज के लोगों ने जाम कर दिया। किरीबुरू में भी बंद का असर देखने को मिला, जहां रांची, चाईबासा, जमशेदपुर रूट की बसें किरीबुरू से रवाना नहीं हो सका। रांची रूट की एकमात्र बस मनोहरपुर के रास्ते सुबह रवाना हुई। बस का परिचालन नहीं होने से यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।कांटाडी स्टेशन पर प्रस्तावित आदिवासी सेंगल अभियान के कारण आद्रा मंडल से चलने वाली वंदे भारत ट्रे्न का रूट डायवर्ट किया गया है, एक ट्रेन के समय में बदलाव किया गया है,वहीं एक ट्रेन को रद्द किया गया है।