डेस्कः दिल्ली के चौथी महिला मुख्यमंत्री के रूप में रेखा गुप्ता गुरूवार को रामलीली मैदान में शपथ लेंगी। बुधवार को हुए विधायक दल की बैठक में उनको नेता चुना गया। प्रवेश वर्मा और विजेंद्र गुप्ता जो खुद मुख्यमंत्री पद की रेस में थे उन्होने रेखा गुप्ता के नाम का प्रस्ताव रखा था। दिल्ली की शालीमार बाग से पहली बार विधायक बनकर आई रेखा गुप्ता ने छात्रसंघ चुनाव से अपनी चुनावी राजनीति शुरू की थी। रेखा गुप्ता ने बीजेपी विधायक दल के नेता बनने के बाद अपने कुछ पुराने ट्वीट डिलीट कर दिये जिसको लेकर विवाद हो सकता था। रेखा गुप्ता ने दिल्ली के तत्कालीन मुख्यमंत्री और उनकी मां को लेकर कुछ आपत्तिजनक ट्वीट किये थे जिसका डिलीट होना चर्चा का विषय बन गया है। वार्ड पार्षद रहने के दौरान एमसीडी में उनके द्वारा किया गया तोड़फोड़ का वीडियो भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
रेखा गुप्ता होंगी दिल्ली की नई मुख्यमंत्री, उपराज्यपाल से मिलकर किया सरकार बनाने का दावा, गुरूवार को रामलीला मैदान में लेंगी शपथ
दिल्ली में 26 साल के बाद सत्ता में आई बीजेपी ने वैश्य समाज से आने वाली रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाने का फैसला किया। दिल्ली में वैश्य समाज बीजेपी का कोर वोट माना जाता है और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी उसी समाज से आते थे। विधानसभा चुनाव में बीजेपी को महिलाओं का 45 प्रतिशत वोट मिला, ये बातें रेखा गुप्ता को मुख्यमंत्री बनाने के पक्ष में गई। रेखा गुप्ता का जन्म हरियाणा के जुलाना में 19 जुलाई 1974 में हुआ था। 1995-96 में वो दिल्ली विश्वविद्यालय चुनाव में छाससंघ की महासचिव बनी थी। 2007 में वो उत्तरी पीतमपुरा से पार्षद बनीं। 2010 में बीजेपी राष्ट्रीय कार्यकारिणी की सदस्य बनीं। इनके पास 5.31 करोड़ रुपये की संपत्ति और 1.20 करोड़ का लोन है। पति मनीष गुप्ता बीमा एजेंट के साथ ही कारोबारी है। बेटी हर्षिता भी कारोबार में मदद करती है, बेटा निकुंज अभी पढ़ाई कर रहा है।