रांची : रामनवमी से एक दिन पहले रांची के हिंदपीढ़ी इलाके में घर की छतों पर ईट और पत्थर के टुकड़े पुलिस को दिखाई दिये। ड्रोन कैमरे से लिये गए वीडियो में घर की छतों पर निर्माण सामग्री के रूप में ईट और अवशेष दिखाई दिये, जिसके बाद इस वीडियो को सोशल मीडिया में फैलाकर ये प्रचारित किया जाने लगा कि रामनवमी के मौके पर माहौल खराब करने और रामनवमी जुलूस पर पत्थरबाजी के इरादें से ईट और पत्थर रखे गए है।
सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद रांची पुलिस न इसका खंडन करते हुए कहा कि घर की छतों पर पत्थर और ईट माहौल खराब करने की इरादें से नहीं बल्कि निर्माण कार्य के मकसद से रखे गए थे। घर के मकान मालिक को इसे हटाने का निर्देश दिया गया है जिसके बाद उसे हटा लिया गया है।
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नेता प्रतिपक्ष के पोस्टर से मामले ने पकड़ा तूल
पूरे मामले ने नया मोड़ तब लिया जब बुधवार को नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी (amar kumar bauri) ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए इसे रामनवमी (ramnavmi) में माहौल खराब करने की साजिश बताते हुए पोस्ट किया कि इसे संयोग कहा जाए या प्रयोग!
राज्य में झामुमो-कांग्रेस-राजद के महाठगबंधन की सरकार आने के बाद से हिंदू मंदिरों और त्योहार पर हमले होते रहे हैं। वोट बैंक और तुष्टिकरण कि उनकी नीति के कारण विघटनकारी ताकतों का मनोबल बढ़ा हुआ है।
आज रामनवमी का त्यौहार है। इस बीच घरों पर पत्थर और कांच की बोतल रखने का मकसद क्या हो सकता है? मैं रांची पुलिस को सच्चाई सामने लाने के लिए बधाई देते हुए अपील करता हूं कि मामले पर कड़ी कार्रवाई करते हुए दोषियों को सजा दें। ऐसे घरों को चिन्हित कर शोभायात्रा को सुरक्षा दी जाए …
मुख्यमंत्री ने अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की
मामला बढ़ने के बाद मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन (champai soren) सामने आये और उन्होने अपने सोशल मीडिया अकाउंट पर पोस्ट करते हुए इस तरह की अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील आम लोगों से की। मुख्यमंत्री ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि कल से कुछ सोशल मीडिया हैंडल द्वारा रांची की हिंदपीढ़ी में कुछ घरों के ऊपर ईंट, पत्थर आदि होने को लेकर भ्रामक खबरें चलाई जा रही हैं।
रांची पुलिस ने स्पष्ट किया है कि रूटीन चेक के दौरान 10-11 घरों की छतों पर निर्माण सामग्री मिली थी, जिसे हटवा दिया गया है। इनमें से कुछ घर हाल में बने हैं, जबकि कुछ अभी भी निर्माणाधीन हैं। पुलिस ने यह भी स्पष्ट किया है कि इन घरों के मालिक विभिन्न समुदायों से आते हैं।
कृपया ऐसी अफवाहों पर ध्यान ना दें। झारखंड पुलिस को ऐसी अफवाहें फैलाने वालों के खिलाफ न्यायोचित कार्यवाई करने का निर्देश दिया गया है।
पिछले दो दिनों से रांची पुलिस कर रही है खंडन
मामले के सोशल मीडिया पर तूल पकड़ने के बाद बुधवार को रांची पुलिस ने फिर लोगों से शांति बनाये रखने की अपील करते हुए उस खबर का खंडन किया जिसमें ये कहा गया था कि घर की छतों पर ईट और पत्थर माहौल खराब करने के मकसद से रखा गया था। पुलिस ने हिदायत देते हुए ऐसे पोस्ट को हटाने को कहा है साथ ही पुलिस ने ऐसी अफवाह को फैलाने वालों पर कार्रवाई की भी बात कही है। पुलिस ने कहा है कि विधि-व्यवस्था संघारण हेतु ड्रोन कैमरा द्वारा सर्वे किया जाना एक मानक प्रक्रिया(SOP) है। ड्रोन सर्वे के दौरान पाये गये निर्माण सामग्री को हटाने का निर्देश मकान मालिक को दिया गया था, समुदाय विशेष के साथ ड्रोन की तस्वीर को जोड़ना एक विद्वेषपूर्ण कारवाई है। पूर्व में ही रांची पुलिस ने अपने ट्विटर हैंडल से मामले को स्पष्ट कर दिया है, अतः अनुरोध है कि भ्रामक खबर न फैलाएं। सभी शोभायात्रा को सुरक्षा जिला प्रशासन के द्वारा दिया जा रहा है।सोशल मीडिया पर भ्रामक व लोक-व्यवस्था भंग करने की मंशा से पोस्ट करने वाले असामाजिक तत्त्वों के विरुद्ध विधिसम्मत कारवाई की जायेगी।
जेएमएम ने बोला नेता प्रतिपक्ष पर हमला
रांची के हिंदपीढ़ी इलाके में घर की छतों पर मिले ईट के मामले पर नेता प्रतिपक्ष को जवाब देने के लिए झारखंड मुक्ति मोर्चा ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से अमर बाउरी पर निशाना साधते हुए लिखा कि जब प्रशासन कल ही बता चुका है कि इन घरों में निर्माण कार्य चल रहा है – एवं यह उसी का अवशेष है तो फिर आपकी नियत साफ़ है:
– सामाजिक सौहाद्रता तोड़, दंगे भड़का अपनी राजनीतिक रोटियाँ सेकना। @ECISVEEP @SpokespersonECI कृप्या संज्ञान लें। @JharkhandPolice कृप्या संज्ञान लें।