पटना : बिहार के सियासी हलचल के बीच अबतक की सबसे बड़ी खबर निकल कर आ रही है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राज्यपाल से मिलने राजभवन जा रहे है। शाम चार बजे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजभवन पहुंचने वाले है। अब सबकी निगाहें राजभवन पर जाकर टिक गई है।
हालांकि मुख्यमंत्री का राजभवन जाना पहले से तय था जहां गणतंत्र दिवस के मौके पर सांस्कृतिक कार्यक्रम हो रहे है। बिहार के मौजूदा हालात को देखते हुए मुख्यमंत्री के राजभवन जाने पर सबकी ध्यान उस ओर खींच आया है।
माना ये जा रहा है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एक बार फिर एनडीए में शामिल हो रहे है और 9वीं बार बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेंगे। जहां उनके पुराने साथी सुशील मोदी एक बार फिर उनके साथ डिप्टी सीएम होंगे। बीजेपी नेताओं का नीतीश के प्रति झुकाव बता रहा है कि अगले दो दिनों में बिहार में सत्ता परिवर्तन हो जाएगा।
वही दूसरी ओर लालू यादव की ओर से भी सत्ता के जोड़तोड़ का खेल चल रहा है। सूत्र बताते है कि पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी के बेटे को उपमुख्यमंत्री का ऑफर दिया गया है। लालू चाहते है कि तेजस्वी यादव बिहार के मुख्यमंत्री बने और मांझी उनका साथ दें। वही तेजस्वी यादव भी सरकार जाने की सुगबुगाहट को भांप चुके है, इसलिए गणतंत्र दिवस कार्यक्रम के दौरान उन्होने कहा कि लोकतंत्र में जनता मालिक है, लोगों के लिए काम किया है, रोजगार देना का काम किया है और आगे भी करते रहेंगे। वही आरजेडी के राज्यसभा सांसद मनोज झा ने कहा है कि जो भी संशय की स्थिति बनी हुई है वो स्पष्ट होनी चाहिए।उन्होने कहा कि मै मुख्यमंत्री से हाथ जोड़कर आग्रह करता हूं कि जनता के बीच जो कन्फ्यूजन है उसको आज शाम तक स्पष्ट कर दें और गठबंधन में संशय की स्थिति को खत्म कर दें।