पटनाः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार के दौरे पर है। गुरूवार को उन्होने पटना में 6 किलोमीटर का रोड़ शो किया था। शुक्रवार को प्रधानमंत्री रोहतास के विक्रमगंज में जनसभा करेंगे और 10 प्रोजेक्ट का उद्घाटना एवं शिलान्यास करेंगे। इसी बीच पीएमओ को एक धमकी भरा मैसेज मिला जिसमें प्रधानमंत्री को जान से मारने की धमकी दी गई थी।
बिहार में IPS अधिकारी को बॉडीगार्ड और ड्राइवर ने बीच रास्ते में छोड़ दिया, डेढ़ किलोमीटर पैदल चलकर पहुंचे थाना
धमकी भरा मैसेज मिलने के बाद एनआईए, आईबी और गृह मंत्रालय हरकत में आ गई। जांच के बाद आरोपी को चार घंटे के अंदर बिहार के भागलपुर से गिरफ्तार कर लिया गया। पीएमओ ने जब भागलपुर पुलिस से संकर्प किया तो एसपी ह्रदयकांत ने खुद मोर्चा संभाला। पुलिस को जो नंबर मिला उससे चौंकाने वाला खुलासा हुआ। धमकी जिस नंबर से भेजी गई थी, वह 71 वर्षीय बुजुर्ग मंटू चौधरी के नाम से रजिस्टर्ड था। यानी आरोपी ने किसी फर्जी पहचान या कागज़ात का इस्तेमाल कर सिम कार्ड एक्टिवेट कराया। यह पूरा मामला अब एक गंभीर साइबर फ्रॉड का रूप ले चुका है।
बिहार के पुलिस जवानों की नेपाल में पिटाई, थाना प्रभारी को SP ने किया सस्पेंड, बिना इजाजत पार किया था बॉर्डर
पकड़ा गया युवक समीर रंजन (35 वर्ष) भागलपुर जिले के सुल्तानगंज थाना क्षेत्र के महेशी गांव का रहने वाला है। उसके पिता का नाम कुमार शरद रंजन है। समीर ने BCA की पढ़ाई की थी और कोविड से पहले किसी निजी कंपनी में कार्यरत था। लेकिन महामारी के बाद से वह बेरोजगार हो गया था। आर्थिक तंगी और मानसिक अस्थिरता के बीच वह खुद को असहाय महसूस करने लगा था। पुलिस के मुताबिक, इसी बेचैनी ने उसे ऐसा खतरनाक कदम उठाने के लिए उकसाया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है और उससे और पूछताछ कर रही है।