जमशेदपुर : जिले के गोलमुरी स्थित प्रतिष्ठित डॉक्टर को अगवा करने की कोशिश का मामला सामने आया है। मंगलवार देर रात ईएनटी सर्जन डॉक्टर बिमरजीत प्रधान के अपहरण करने की कोशिश की गई। अपने आपको बचाने के लिए डॉक्टर ने चिल्लाना शुरू किया। वही बगल में सिख समाज के लोगों को कार्यक्रम हो रहा था वहां से भागते हुए लोग आये और खदेड़कर अपहरणकर्ताओं को पकड़ लिया।
डॉक्टर को अगवा करने आये आरोपी के पास से देसी कट्टा भी बरामद किया गया। गिरफ्तार आरोपी का नाम रविशंकर सिंह और अशोक सिंह है। दोनों ही आरोपियों का क्रिमिनल बैकग्राउंड रहा है। अशोक बिहार में मोकामा में लूटकांड का आरोपी है और रविशंकर शराब के मामले में जेल जा चुका है।
डॉक्टश्र बिमरजीत ने बताया कि वो क्लीनिक में मरीजों को देखने के बाद बाराडीह विजया गार्डेन स्थित अपने घर जाने के लिए जैसे ही गाड़ी के पास पहुंचे, गाड़ी खड़ी करने को लेकर दो युवक उनसे बहस करना शुरू कर दिया, इसको नजरअंदाज कर जैसे ही वो अपनी गाड़ी की ओर बढ़े एक आरोपी उनके गाड़ी में आकर बैठ गया और दूसरा उनका धक्का देकर गाड़ी में बैठाने लगा। अपने आप को अपह्रत होता देख चिल्लाने लगा तभी बगल से लोग भागते हुए आए और आरोपी को पकड़ किया।
घटना के सूचना के बाद पुलिस वहां पहुंची और आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में पुलिस को हैरान करने वाला जवाब मिला। आरोपी युवक ने पुलिस को बताया कि डॉक्टर ने उनकी पत्नी का सही से इलाज नहीं किया, यही नहीं भतीजे से भी इलाज के लिए ज्यादा पैसा लिया और सही से इलाज नहीं किया। आरोपियों ने बताया कि इसी वजह से उन्होने डॉक्टर को समझाने की नियत से उनके साथ ऐसा किया। हालांकि पुलिस को उनके बयान पर भरोसा नहीं हो रहा है, इसलिए पुलिस उनके मनगढ़ंत थ्योरी की जगह दूसरे एंगल से भी मामले की जांच कर रही है।