रांची में आयोजित ‘प्रत्याशा नृत्य उत्सव 2024’ ने कला और संस्कृति का जादू बिखेरा। इस भव्य आयोजन का केंद्र बने पंडित संदीप मलिक, जिन्होंने अपने अनूठे शिव तांडव नृत्य से दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। कार्यक्रम में बच्चों से लेकर बुजुर्गों तक की भागीदारी और भारतीय शास्त्रीय नृत्य शैलियों का प्रदर्शन देखने लायक था।
कार्यक्रम का उद्देश्य भारतीय संस्कृति और कला को बढ़ावा देना था। पंडित संदीप मलिक के शिव तांडव ने विशेष रूप से सभी का ध्यान खींचा, जिसमें उन्होंने शिव की दिव्यता और ऊर्जा को नृत्य के माध्यम से जीवंत किया। इस आयोजन ने दर्शकों को भारतीय नृत्य शैलियों की गहराई और उनके आध्यात्मिक पहलुओं से परिचित कराया।
आयोजन में प्रतिभाशाली युवा कलाकारों ने भरतनाट्यम, कथक और ओडिसी जैसे शास्त्रीय नृत्य प्रस्तुत कर सभी का दिल जीत लिया। इस प्रकार, ‘प्रत्याशा नृत्य उत्सव’ ने भारतीय संस्कृति के संरक्षण और प्रोत्साहन की दिशा में एक मजबूत संदेश दिया।
### *मुख्य आकर्षण:*
– पंडित संदीप मलिक का प्रभावशाली शिव तांडव।
– विभिन्न शास्त्रीय नृत्य शैलियों का प्रदर्शन।
– दर्शकों द्वारा कलाकारों की भूरि-भूरि प्रशंसा।
*निष्कर्ष:*
इस उत्सव ने न केवल भारतीय नृत्य परंपराओं को बढ़ावा दिया, बल्कि एक बार फिर यह सिद्ध कर दिया कि हमारी सांस्कृतिक धरोहर अद्वितीय और अनमोल है।