दिल्ली: नरेंद्र मोदी को सर्वसम्मिति से एनडीए संसदीय दल का नेता चुना गया। इस दौरान पुराने संसद भवन में एनडीए के सभी घटक दलों के नेता मौजूद थे और उन सभी ने अपनी पार्टी की ओर से प्रधानमंत्री पद के लिए नरेंद्र मोदी के नाम का प्रस्ताव रखा।
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एनडीए की ओर से प्रस्ताव पास होने से पहले नरेंद्र मोदी ने बैठक को संबोधित करते हुए विपक्ष पर निशाना साधा और एनडीए के इतिहास और भविष्य के बारे में अपने बातें कही। उन्होने कहा कि एनडीए सरकार ने देश में गुड गवर्नेस दिया है और एक प्रकार से गुड गवर्नेस का पर्यायवाची बन जाता है। हम सबके केंद्र बिंदु में गरीब कल्याण और गुड गवर्नेंस सर्वोपरि रहा है। उन्होने आगे कहा कि एनडीए सत्ता प्राप्त करने का या सरकार चलाने का कुछ दलों का जमावड़ा नहीं है, ये Nation-First के प्रति committed एक समूह है, ये एक आर्गेनिक अलाइंस है। हिंदुस्तान की राजनीतिक इतिहास में और हिंदुस्तान की राजनीति के गठबंधन के इतिहास में pre poll alliance इतना सफल कभी भी नहीं हुआ है, जितना की एनडीए हुआ है।मैं बहुत जिम्मेदारी के साथ कह रहा हूं कि अगले 10 साल में गुड गवर्नेंस, विकास, नागरिकों के जीवन में क्वॉलिटी ऑफ लाइफ… मेरा व्यक्तिगत रूप से एक ड्रीम है। सामान्य मानवी के जीवन में से सरकार की दखल जितनी कम होगी, उतनी ही लोकतंत्र की मजबूती होगी।हम विकास का नया अध्याय लिखेंगे, गुड गवर्नेंस का नया अध्याय लिखेंगे,जनता-जनार्दन की भागीदारी का नया अध्याय लिखेंगे,और सब मिलकर के विकसित भारत के सपने को साकार करके रहेंगे।आज के वातावरण में देश को सिर्फ और सिर्फ एनडीए पर ही भरोसा है और जब इतना अटूट विश्वास और भरोसा है तो स्वाभाविक है कि देश की अपेक्षाएं भी बढ़ेंगी और मैं इसे अच्छा मानता हूं। मैंने पहले भी कहा था कि पिछले 10 साल का कार्य तो सिर्फ ट्रेलर है। और ये मेरा कमिटमेंट है… हमें और तेजी से, और विश्वास से, और विस्तार से… देश की आकांक्षाओं को पूर्ण करने में रत्तीभर भी विलंब नहीं करना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, “आप किसी भी बालक से पूछिए कि लोकसभा चुनाव के पहले किसकी सरकार थी तो वह कहेगा कि NDA और लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद भी NDA की सरकार बनी। तो हम हारे कहां से। पहले भी NDA की सरकार थी आज भी NDA की है और कल भी NDA की सरकार रहेगी। 10 साल बाद भी कांग्रेस 100 के आंकड़े को नहीं छू पाई। अगर मैं कांग्रेस के 2014, 2019, और 2024 चुनाव को जोड़ों तो इन तीनों चुनावों में जितनी सीटें मिली हैं उससे अधिक हमें इसमें मिला है।”
उन्होने आगे कहा कि इस चुनाव में दक्षिण भारत में एनडीए ने एक नई राजनीति की नींव मजबूत की है। कर्नाटक और तेलंगाना… जहां अभी हाल ही में उनकी (कांग्रेस) सरकारें बनी थीं। लेकिन पल भर में इनसे लोगों का विश्वास टूट गया और एनडीए को गले लगा लिया। मैं तमिलनाडु की टीम को भी बधाई देना चाहता हूं। आज तमिलनाडु में काफी तेजी से एनडीए का वोट शेयर बढ़ा है। इसी तरह पहली बार केरल से हमारा प्रतिनिधि बन कर आया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, ” 4 जून के पहले ये लोग (इंडी गठबंधन) ईवीएम को लगातार गाली दे रहे थे और ये लोग तय करके बैठे थे कि भारत के लोकतंत्र की प्रक्रिया के प्रति लोगों का विश्वास ही उठ जाए। मुझे तो लगता था कि इस बार ये लोग ईवीएम का अर्थी जुलूस निकालेंगे, लेकिन 4 जून को शाम आते-आते उनको ताले लग गए… ईवीएम ने उनको चुप कर दिया। ये भारत के लोकतंत्र की ताकत है।”