चतराः जिला में सक्रिय प्रतिबंधित नक्सली संगठन तृतीय सम्मेलन प्रस्तुति कमिटी (टीएसपीसी) की नापाक मंसूबे पर सुरक्षाबलों ने पानी फेर दिया है। पत्थर माइंस में धमकी भरा पोस्टर चिपकाते दो नक्सली समर्थकों को वशिष्ट नगर जोरी थाना पुलिस की टीम ने गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। गिरफ्तार दोनों नक्सली समर्थक कटिया गांव निवासी पिंटू भारती और राजगुरुवा गांव निवासी तेजू कुमार भोक्ता थाना क्षेत्र में संचालित करमाली माइंस में नक्सलियों का हस्त लिखित पोस्टर चिपक कर इलाके में दहशत फैलाने का प्रयास कर रहे थे। इसी दौरान गुप्त सूचना पर मौके पर पहुंची पुलिस की टीम ने दोनों नक्सली समर्थक को धर दबोचा। गिरफ्तार नक्सली समर्थकों के पास से पुलिस ने टीएसपीसी नक्सली संगठन का सात हस्त लिखित पोस्टर और दहशत फैलाने में प्रयुक्त विभिन्न कंपनियों का दो मोबाइल फोन भी जब्त किया है। गिरफ्तार दोनों नक्सली समर्थक पूर्व में भी संगठन के एरिया कमांडर सहेंद्र गंझू के इशारे पर विकास योजना में लगे हाइवा डंपर में आगजनी कर दहशत फैला चुके हैं।
अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी कार्यालय में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में एसडीपीओ संदीप सुमन ने बताया कि एसपी राकेश रंजन को गुप्त सूचना मिली थी कि टीएसपीसी का दुर्दांत एरिया कमांडर सहेंद्र गंझू अपने समर्थको के माध्यम से करमाली माइंस और उसके आस-पास के इलाको में धमकी भरा पोस्टर चिपका कर दहशत फैलाने का प्रयास कर रहा है। सूचना पर त्वरित कार्रवाई करते हुए डीएसपी मुख्यालय रोहित कुमार रजवार के नेतृत्व में प्रशिक्षु डीएसपी वसीम रजा और वशिष्ट नगर जोरी थाना पुलिस की संयुक्त टीम का गठन कर कार्रवाई का निर्देश दिया गया था। इसके बाद छापेमारी टीम में शामिल अधिकारी और सुरक्षाबल के जवान मौके पर पहुंच कर पोस्टर चिपकाते दोनों नक्सली समर्थकों को गिरफ्तार कर लिया। उन्होंने बताया कि गिरफ्तार नक्सली समर्थकों के पास से टीएसपीसी संगठन के नाम का सात हस्त लिखित पोस्टर व विभिन्न कंपनियों का दो मोबाइल फोन भी जब्त किया गया है। एसडीपीओ ने बताया कि गिरफ्तार नक्सली समर्थकों ने पूर्व में भी एरिया कमांडर सहेंद्र के इशारे पर इलाके में विकास योजना क्रियान्वयन में संचालित हाइवा डंपर में आगजनी कर इलाके में दहशत फैलाया था। इस मामले में भी यह दोनों वशिष्ट नगर थाना में दर्ज नक्सली कांड के नामजद अभियुक्त थे। एसडीपीओ ने कहा कि नक्सलियों के विरुद्ध पुलिस का अभियान निरंतर जारी रहेगा। किसी भी परिस्थिति में नक्सलियों को दहशत फैलाने की छूट नहीं मिलेगी।