डेस्कः म्यांनमार में शुक्रवार को आये भूकंप के तेज झटके के बाद भी रह रह कर धरती डोल रही है। भूकंप के झटके महसूस होने से लोग दहशत में है। पिछले दो दिनों में तीन बार धरती डोली है। तीसरी बार भूकंप शनिवार दोपहर 2.50 मिनट पर आया था। उस समय भूूकंप की तीव्रता 4.7 थी। राष्ट्रीय भूकंप केंद्र के अनुसार, दूसरी बार भूकंप शुक्रवार रात को भारत के समय अनुसार 11.56 मिनट पर 4.7 तीव्रता का एक और भूकंप आया। इसके साथ अफगानिस्तान में भी शनिवार की सुबह 4.2 तीव्रता की भूकंप के झटके महसूस किये गये। हालांकि वहां अभी तक किसी भी तरह के जान माल के नुकसान की खबर नहीं है।
नेपाल में काठमांडू एयरपोर्ट के पास हिंसक झड़प, तीन इलाकों में लगा कर्फ्यू, राजशाही समर्थकों और पुलिस आमने-सामने
शुक्रवार को म्यांमार और थाईलैंड में आये 7.7 और 7.2 तीव्रता के भूकंप ने भारी तबाही मचाई। इमारतें, पुल , मोनेस्ट्री सब नष्ट हो गये। मिली जानकारी के अनुसार, भूकंप से अबतक 694 लोगों की मौत हो चुकी है और 1670 लोग जख्मी है जिनका इलाज कराया जा रहा है। भूकंप की तबाही झेल रही म्यांमार को भारत ने 15 टन राहत सामग्री भेजी है।
गौतम अडानी ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से की मुलाकात, झारखंड में निवेश को लेकर हुई चर्चा
भारतीय वायुसेना का सी-130जे सुपर हरक्यूलिस विमान हिंडन एयरफोर्स स्टेशन से राहत सामग्री लेकर म्यांमार रवाना हुए, जिसमें टेंट, स्लीपिंग बैग, कंबल, खाने के लिए तैयार भोजन, वाटर प्यूरीफायर, सैनिटेशन किट, सोलर लैंप, जनरेटर सेट, आवश्यक दवाएं (पैरासिटामोल, एंटीबायोटिक्स, कैनुला, सीरिंज, दस्ताने, सूती पट्टियाँ, मूत्र बैग, आदि) शामिल हैं। संयुक्त राष्ट्र ने म्यांमार में राहत एवं बचाव कार्यों के लिए 5 मिलियन डॉलर दिए हैं।एलॉन मस्क ने स्टारलिंक किट की पेशकश की है ताकि कम्युनिकेशन में मदद की जा सके।