रांची: राज्य के मनोनीत मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने से पहले बुधवार को अपनी पत्नी और गांडेय विधायक कल्पना सोरेन के साथ अपने पैतृक गांव नेमरा पहुंचे। हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन ने सबसे पहले दादी जी सोबरन सोरेन के शहादत स्थल पर जाकर उन्हे श्रद्धांजलि दी। महाजनी प्रथा का विरोध करने पर स्वर्गीय सोबरन सोरेन की हत्या कर दी गई थी। 27 नवंबर को उनके पुण्यतिथि के अवसर पर हेमंत सोरेन और कल्पना सोरेन ने नेमरा जाकर दादा दी को श्रद्धांजलि दी।
रामगढ़: मुख्यमंत्री पद शपथ लेने से पहले हेमंत सोरेन अपने पैतृक गांव नेमरा गए
कल्पना सोरेन के साथ उन्होने अपने दादाजी सोबरन सोरेन को श्रद्धांजलि दी
28 नवंबर को होने वाले शपथग्रहण कार्यक्रम में शामिल होने का न्यौता अपने गांव वालों को दिया@HemantSorenJMM @JharkhandCMO… pic.twitter.com/3IkpjczYLh— Live Dainik (@Live_Dainik) November 27, 2024
हेमंत सोरेन अकेले लेंगे शपथ, कैबिनेट का विस्तार होगा बाद में, माले के सरकार में शामिल होने को लेकर फंसा पेंच
बनरंगा में अपने दादा जी सोबरन सोरेन को श्रद्धांजलि देने के बाद मुख्यमंत्री ने कहा कि इस ऐतिहासिक मैदान में, इस वीर भूमि में आये हुए हमारे ग्रामीण भाईयों माताओं एवं बहनों, बड़े बुर्जुर्ग का मै स्वागत करते हुए जोहार करता हूं। अभी हमारे सरकार गठन का काम चल रहा है, अभी भाषण देने का समय नहीं है। आप सबको मालूम है कि इसी स्थान पर, इसी पहाड़ के तड़ाई पर मेरे दादाजी सोबरन सोरेन जी की शहादत हुआ था और मै हर साल इस शहीद स्थल में आकर उनका माल्यार्पण करते है और इस शहीद स्थल में एकत्रित होते है। वैसे तो हमलोग यहां कई सरकार संपत्ति परिसंपत्ति वितरण करने का काम करते है, उद्घाटन शिलान्यास भी किया जाता है लेकिन अभी सरकार गठन का कार्य पूरा नहीं हुआ है, इसमें थोड़ा सा और वक्त है। कल से फिर सामान्य स्थिति पर अबुआ सरकार की एक नई पारी शुरू होगी। हम आप सब लोगों को भी सरकार के शपथग्रहण में आने का निमंत्रण देते है और आग्रह भी करते है कि आप लोग जरूर आए। कितने मेहनत और लगन के साथ आपलोगों ने फिर से अबुआ दिशोम अबुआ सरकार को चुनकर इस राज्य की शान बनाई है।