रांची: 15 लाख का इनामी और एनआईए का वांटेड नक्सली छोटू खरवार मारा गया। लातेहार के नवाडीह में मंगलवार देर रात आपसी लड़ाई में छोटू खरवार मारा गया। वो एनआईए और झारखंड पुलिस के लिए लंबे वक्त से वांटेड था।
हेमंता बिस्व सरमा का टॉस्ट पूरा करने में बाबूलाल मरांडी की भद्द पीट गई, सभा में सुनने के लिए नहीं पहुंचे गिनती के भी लोग
छोटू खरवार की हत्या उसके साथियों ने ही आपसी लड़ाई में कर दी। छोटू खरवार 100 से अधिक वारदातों में अभियुक्ति था। लातेहार के अलावा अन्य जिलों में भी उसपर कई मामले दर्ज थे। चंदवा में चार पुलिसकर्मियों की हत्या मामले में झारखंड पुलिस छोटू खरवार को ढूंढ रही थी। एनआईए ने छोटू पर तीन लाख का इनाम रखा हुआ था। माना जा रहा है कि लेवी के लेनदेन को लेकर ही छोटू की हत्या उसके साथियों ने छिपादोहन थाना क्षेत्र के भीमपाव जंगल में कर दी।
लॉरेंस बिश्नोई की धमकी के बाद पप्पू यादव को दोस्त ने गिफ्ट की बुलेट प्रूफ लैंड क्रूजर कार, 500 राउंड गोलियां और रॉकेट लॉन्चर भी झेल लेगी
नक्सली कमांडर छोटू खरवार छिपादोहन इलाके का ही रहने वाला था। बूढ़ापहाड़ पर अभियान ऑक्टोपस के बाद माओवादी संगठन की कमान छोटू खरवार ने संभाली थी। छोटू खरवार के नेतृत्व में माओवादी गुमला, लोहरदगा और लातेहार के इलाके में सक्रिय थे। छोटू खरवार माओवादियों का कोयल और शंख जोन का इंचार्ज था। पुलिस को सूचना मिली थी कि बूढ़ापहाड़ के इलाके से बचकर भागे माओवादी छोटू खरवार के साथ हो गये हैं। हाल के दिनों में छोटू खरवार ने लेवी के लिए कई हिंसक घटनाओं को अंजाम दिया। जबकि लातेहार के छिपादोहर के इलाके में उसने एक दैनिक वेतन भोगी कर्मी की हत्या भी की थी।