रांची: टेंडर घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में गिरफ्तार झारखंड सरकार के मंत्री आलमगीर आलम की ईडी रिमांड खत्म होने के बाद उन्हे रांची के पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया। स्पेशल कोर्ट ने उन्हे रांची के बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा भेज दिया। कोर्ट के आदेश पर ईडी अबतक मंत्री से 14 दिनों तक पूछताछ कर चुकी है। एक जून को वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम मंत्री आलमगीर आलम, संजीव लाल और जहांगीर आलम की पेशी होगी।इसी मामले में ईडी ने ग्रामीण विकास विभाग के सचिव रहे मनीष रंजन से भी पूछताछ की है। प्रवर्तन निदेशालय ने उन्हे पूछताछ के लिए फिर से तीन जून को बुलाया है।
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ग्रामीण विकास विभाग में टेंडर के कमीशन को लेकर ईडी ने 6 मई को मंत्री आलमगीर आलम के ओएसडी संजीव लाल और उसके सहयोगी जहांगीर आलम के घर पर छापेमारी की थी। इस मामले में दो दिनों तक चली छापेमारी में ईडी ने 37 करोड़ रूपये कैश बरामद किये थे। इसके साथ ही ईडी ने टेंडर को लेकर कमीशन से जुड़े साक्ष्य भी बरामद किये। बरामद किये गए नोटों पर लगी पर्ची और कमीशन के प्रतिशत का भी खुलासा ईडी की छापेमारी में हुई। 14 मई को ईडी ने विभाग के मंत्री आलमगीर आलम से 9 घंटे तक पूछताछ की थी उसके बाद 15 मई को उन्हे पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया था। उस समय से आलमगीर आलम ईडी की रिमांड पर थे, गुरूवार को रिमांड खत्म होने के बाद उन्हे बिरसा मुंडा केंद्रीय कारा भेज दिया गया है।