दिल्ली: लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए एनडीए और इंडिया अलांइस के बीच सहमति नहीं बन पाई है। पहली बार लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए चुनाव होने जा रहा है। सत्ता पक्ष की ओर से पूर्व लोकसभा अध्यक्ष उम्मीदवार बने है तो विपक्ष की ओर से के सुरेक्ष ने 18वीं लोकसभा के अध्यक्ष पद के लिए नामांकन दाखिल कर दिया है।
ऐसे बिगड़ गई बात
लोकसभा अध्यक्ष पद के लिए सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच ठन गई है। शुरूआत में ये बात हो रही थी कि स्पीकर पद सत्ता पक्ष और डिप्टी स्पीकर पद विपक्ष को देने पर सहमति बन गई है। लेकिन संसद पहुंचने के बाद राहुल गांधी के बयान से बात बिगड़ गई। राहुल गांधी ने कहा कि विपक्ष के पास राजनाथ सिंह का फोन आया था, उन्होने स्पीकर पद के लिए विपक्ष को समर्थन करने की बात कही थी, हमने कहा कि हम समर्थन करेंगे लेकिन डिप्टी स्पीकर विपक्ष का होना चाहिए। राजनाथ सिंह ने कहा था कि वो मल्लिकार्जुन खरगे को कॉल बैक करेंगे लेकिन अभी तक कॉल नहीं आया। मोदी कहते कुछ और है और करते कुछ और है। अगर डिप्टी स्पीकर पद विपक्ष को मिलेगा तभी हम समर्थन करेंगे। राहुल गांधी के इस बयान के बाद सत्ता-पक्ष और विपक्ष के बीच स्पीकर और डिप्टी स्पीकर पद के लिए असहमति स्पष्ट नजर आई।