लोहरदगा: रविवार सुबह शहरी इलाके में एक बड़ा हादसा हुआ है। हिंडाल्को कंपनी द्वारा की जा रही बॉक्साइड ढुलाई के दौरान करीब एक दर्जन ट्रॉली नीचे गिर गई। रोप वे से ट्रॉली के गिरने के दौरान कई लोगों की जान बच गई, अच्छी बात ये रही कि जिन जगहों पर ट्रॉली वहां उस वक्त कोई व्यक्ति मौजूद नहीं था।
स्कूल से लौट रही छात्रा की सिंदूर से भरी मांग, हजारीबाग में बीच चौराहे पर लड़के की करतूत
रविवार सुबह हिंडाल्को कंपनी द्वारा बगडू से लोहरदगा ट्रॉली के माध्यम से बॉक्साइड ढुलाई के दौरान एक के बाद एक करीब एक दर्जन ट्रॉली जमीन पर गिर गई। इस दौरान बड़ा हादसा होने से टल गया क्योकि जहां ट्रॉल गिरा वहां कोई मौजूद नहीं था। स्थानीय लोगों का कहना है कि रिहाईशी इलाके से बॉक्साइड ढुलाई के दौरान अक्सर ट्रॉली गिर जाती है। अच्छी बात ये है कि इस हादसे में अभी तक कोई जान माल का नुकसान नहीं हुआ है।
हिंडालको कंपनी द्वारा ब्रिटिश काल से रोपवे का परिचालन कर रही है उस समय छोटा ट्राली से बॉक्साइट धुलाई होती थी जिसकी ऊंचाई भी कम थी परंतु इन कुछ वर्षों में हिंडालको कंपनी अपने लालच को बढ़ावा देते हुए ट्रॉली का साइज बड़ी कर दी और सुरक्षा का नाम पर वही पुराना ढंरा को अपना रही है रोपवे का मेंटेनेंस अगर होता रहता तो शायद यह हादसा नहीं होता आज रविवार होने के कारण बच्चों का स्कूल बंद था उसी रास्ते से बच्चे स्कूल आना जाना करते हैं भगवान का कृपा था कि ट्रॉली जब गिरी तो कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ शहरी क्षेत्र में एक नहीं लगभग दर्जनों ट्रॉली आज गिरा है पूर्व में लगभग 15 वर्ष पहले इसी ट्राली के गिरने का कारण एक बच्चे का देहांत हो गया था और हिंडाल्को कंपनी बच्चों का मौत का सौदा करते हुए ढाई लाख रुपया में उसके लाश को खरीद लिया था हिंडालको कंपनी का कथनी और करनी में बहुत अंतर है जबकि ट्रॉली गिरे हुए लगभग 3 घंटे बीत गए लेकिन एक भी हिंडाल्को के वरीय पदाधिकारी या उनके सहयोगी घटनास्थल पर नहीं पहुंचे हैं इससे दर्शाता है कि हिंडालको कंपनी कितनी लापरवाह है हिंडालको कंपनी अपना काम बनता तो भाड़ में जाए जनता को चरितार्थ करते हुए अपना कार्य कर रही है लोगों में काफी आक्रोश है हिंडालको कंपनी अगर नियम संगत काम करती है तो बताएं कि कितना फिट जमीन हिंडालको कंपनी रोपवे संचालित करने के ली है इसे सार्वजनिक करें।