लोहरदगा: एमबी डीएवी पब्लिक स्कूल, लोहरदगा में वर्चुअल रूप से लिगल लिट्रेसी क्लब का उद्घाटन किया गया। झारखंड के सभी 72 डीएवी स्कूलों में एक साथ इस क्लब की शुरुआत न्याय सदन झालसा, रांची से जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद के द्वारा की गई। इस कार्यक्रम का उद्देश्य छात्रों को कानूनी शिक्षा प्रदान करना और उन्हें सामाजिक बुराइयों से अवगत कराना है।
इस अवसर पर जस्टिस सुजीत नारायण प्रसाद ने कहा कि समाज का निर्माण हमें खुद तय करना होगा और इसके लिए कानूनी जागरूकता अत्यंत आवश्यक है। उन्होंने बताया कि डालसा और झालसा लगातार लोगों को कानूनी रूप से सशक्त करने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्कूलों में कई विषय पढ़ाए जाते हैं, लेकिन कानूनी शिक्षा को अब तक पर्याप्त महत्व नहीं दिया गया है। इस कमी को दूर करने के लिए लिगल लिट्रेसी क्लब एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा। उन्होंने बताया कि देशभर में 660 से अधिक लिगल लिट्रेसी क्लब कार्यरत हैं, जिनका लाभ छात्रों को मिल रहा है।
कानूनी जागरूकता से सामाजिक बुराइयों पर प्रहार
इस क्लब के माध्यम से चाइल्ड मैरिज, मानव तस्करी, नशे के दुष्प्रभाव, अंधविश्वास और अन्य सामाजिक बुराइयों के खिलाफ जागरूकता फैलाई जाएगी। जस्टिस प्रसाद ने कहा कि हमें यह समझने की जरूरत है कि कानून क्यों आवश्यक है। उन्होंने बताया कि लिगल लिट्रेसी क्लब का उद्देश्य केवल कानूनी जानकारी देना नहीं, बल्कि समाज को न्याय और समानता के प्रति जागरूक करना भी है।
सीजेएम कृष्ण कांत मिश्रा ने कानूनी शिक्षा को बताया आवश्यक
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित सीजेएम कृष्ण कांत मिश्रा ने कहा कि लिगल कैडेट कोर बनाने की प्रक्रिया समाज के लिए एक महत्वपूर्ण कदम है। उन्होंने बताया कि वर्तमान समय में युवाओं का कानूनी क्षेत्र में करियर तेजी से बढ़ रहा है और यह उनके लिए नई संभावनाओं के द्वार खोल रहा है। उन्होंने कहा, “हम इन युवाओं को अभी से जज के रूप में देखने लगे हैं और हमें विश्वास है कि वे भविष्य में समाज के न्याय प्रणाली में महत्वपूर्ण योगदान देंगे।”
उन्होंने कहा कि ट्रैफिकिंग के कारण कई बच्चियों को बाहर बेचा गया, लेकिन डालसा के प्रयासों से कई मामलों में बेहतरीन कार्य हुआ है। उन्होंने छात्रों को संबोधित करते हुए कहा कि उनकी पहली, दूसरी और आखिरी प्राथमिकता पढ़ाई होनी चाहिए। “धन-संपत्ति सुख नहीं दे सकती, बल्कि ज्ञान ही जीवन को सशक्त बनाता है।”
डीएवी के प्रति न्यायपालिका का विश्वास
एमबी डीएवी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य जीपी झा ने कहा कि डीएवी स्कूलों में समय-समय पर कानूनी जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। उन्होंने कहा कि झालसा को डीएवी स्कूलों पर पूरा विश्वास है, क्योंकि ये विद्यालय बच्चों के सम्पूर्ण विकास में अहम भूमिका निभाते हैं। उन्होंने आश्वस्त किया कि डीएवी स्कूल इस पहल को सफल बनाने के लिए हर संभव प्रयास करेगा।
छात्रों ने रखा अपने विचार
छात्रा आकृति पंकज ने कहा कि लोक अदालत लंबित मामलों के समाधान के लिए एक बेहतरीन माध्यम है। इसमें किसी की हार नहीं होती और विवादों को सौहार्दपूर्ण तरीके से सुलझाया जा सकता है।
कार्यक्रम का आयोजन और समापन
कार्यक्रम का संचालन पंकज कुमार सिन्हा द्वारा किया गया और शुभारंभ श्रवण कुमार पाठक के गीत से हुआ। इसके बाद सीजेएम कृष्ण कांत मिश्रा ने दीप प्रज्ज्वलित कर लिगल लिट्रेसी क्लब का उद्घाटन किया।
इस अवसर पर एलएडीसीएस मेमर अधिवक्ता इंद्रानी कुजूर, पैनल अधिवक्ता नेहा गुप्ता, पीएलवी गौतम लेनिन, देवमुनि कुमारी, शिक्षक एमके झा, जे मेहर, प्रमीत कुमार, कैलाश प्रसाद, पीके सिंह, चमक कुमार महतो, शिक्षिका नीता बसु दत्ता, प्रतिमा कुमारी, ज्योति पांडेय, आरती कुमारी, पुनम सिंह सहित अन्य गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
समाप्ति
इस पहल से छात्रों को कानूनी जानकारी मिलेगी, जिससे वे अपने अधिकारों और कर्तव्यों के प्रति जागरूक होंगे। यह क्लब न केवल कानून की समझ बढ़ाएगा बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव लाने में भी सहायक होगा।