रांचीः गिरिडीह में जेएमएम के 52वां स्थापना दिवस कार्यक्रम में कल्पना सोरेन लोगों को संबोधित करते हुए एक बार फिर भावुक हो गई। झंडा मैदान में हो रहे कार्यक्रम में गांडेय विधायक कल्पना सोरेन 4 मार्च 2024 को याद करते हुए रोने लगी। पिछले साल इसी मंच पर कल्पना सोरेन ने अपनी राजनीतिक पारी की शुरूआत की थी। उस समय भी कल्पना सोरेन अपने पति हेमंत सोरेन को याद करते हुए भावुक हो गई थी। उस समय हेमंत सोरेन जमीन घोटाले को लेकर जेल में बंद थे। उनकी गैर मौजूदगी को याद करते हुए कल्पना सोरेन के आंसू एक बार फिर निकल पड़े।
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जेएमएम कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कल्पना सोरेन ने कहा कि ये वही मंच है जहां एक साल पहले आपने मुझे रोते हुए देखा था, ये वहीं मंच था जहां हमारे सभी लोग बड़े बुर्जूग थे लेकिन एक व्यक्ति नहीं था वो व्यक्ति था आपका बेटा हेमंत सोरेन। लेकिन आज आप लोगों के साथ में इस मंच से जिस तरह से आपने मेरा जोश बढ़ाया है मुझे ताकत दी है आपने आंसू को पोछने का काम किया है, उसके लिए मै तहेदिल से आपको शुक्रिया अदा करना चाहती हूं। मै आपको आभार प्रकट करना चाहती हूं। ये सिर्फ एक बार की बात नहीं है, घर का गार्जियन अगर घर में न हो तो परिवार क्या करता है। परिवार एक साथ एकजुट होकर के अपने उस नहीं रहने वाले उस सदस्य की कमी को पूरा करता है। पिछले साल आज ही के दिन, आज की तारीख में मेरा बड़ा परिवार बनकर मुझे मजबूत किया था और ये एहसास नहीं होने दिया था कि हेमंत सोरेन यहां मौजूद नहीं थे। उस समय हम लोगों ने नारा दिया था कि जेल का ताला टूटेगा, हेमंत सोरेन छूटेगा। जेल का ताला भी टूट गया और हेमंत सोरेन भी छूट गया। उसके साथ हमारे लाखों कार्यकर्ता जो अपने खून पसीने से पार्टी को सीचते आ रहे है, उन्होने कल्पना सोरेन को कभी महसूस नहीं होने दिया कि वो इस परिवार की नई सदस्य है। इस परिवार की बहू को , झारखंड की बहू को आपने बेटी की तरह नवाजा है जिसके लिए मै तहेदिल से आप सभी को धन्यवाद देना चाहती हूं। कल्पना सोरेन ऋणी है गांडेय,गिरिडीह और झारखंड की जनता का जिसने इतना प्यार, इतना सम्मान मुझे दिया।
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फिर इसके बाद कल्पना रोने लगी और कुछ देर रूकने के बाद उन्होने आगे कहा कि आज उस पल को महसूस करके जब आपके दादा आपके नेता आपके साथ नहीं है, यही आवाज, यही गूंज, यही ताकत, उस दिन जब आप लोगों ने प्रण लिया था कि अगर झारखंड में किसी कर सरकार बनेगी तो वो आप लोगों की सरकार रहेगी। ये राज्य आदिवासी , गरीब-गुरबा, मजदूर, अल्पसंख्यक हमारे उन सभी की आवाज बुलंद करने का संकल्प हमारे हेमंत सोरेन जी ने लिया है। इसलिए ये अबुआ आपके लिए प्रतिबद्ध है। उस हरेक काम के लिए जो हमने चुनाव के समय प्रण लिया था। अभी हाल ही मै हमारा बजट भी आया है, उस बजट के लिए मै हेमंत सोरेन जी को बहुत धन्यवाद करना चाहूंगी कि उन्होने जो जनता के साथ वादा किया था चुनावी समय में, लोग चुनाव लड़ते है, सरकार बनती है और भूल जाते है। लेकिन ये आपका बेटा, आपका दादा ने जितने भी आपके साथ वादें किये है उन सबको पूरा करने का समय आ गया है। इस बजट ने आप लोगों को उम्मीद दी है, ताकत दी है। झारखंड को जो पीछे ढकेलने की कोशिश की है, हम लोग स्पीड से आगे बढ़ने की कोशिश करेंगे। जो हम लोगों ने वादा किया है उसे पूरा करने की कोशिश करेंगे। मै मंत्री सुदिव्य सोनू से भी निवेदन करूंगा कि वो गिरिडीह-गांडेय के साथ साथ झारखंड को एक ऐसा आयाम दीजिये कि झारखंड को अब लोग पर्यटन के क्षेत्र में आगे बढ़ता हुआ देख सके। झारखंड में पर्यटन की बहुत संभावनाएं है। मंत्री जी से निवेदन है कि अपनी गति को बढ़ाते हुए रोजगार देने का काम करें, पर्यटन में रोजगार की बहुत संभावनाएं है।