धनबादः जेएमएम ने अपना 53 वां स्थापना दिवस मनाया । इससे पहले दुमका में भी जेएमएम ने अपना 46वां स्थापना दिवस मनाया । एक पार्टी और अलग अलग स्थापना दिवस , पूछने वाले पूछ सकते हैं कि आखिर ऐसा क्यों ? झारखंड मुक्ति मोर्चा देश और दुनिया में एकमात्र ऐसा राजनीतिक दल होगा जिसकी स्थापना दिवस अलग अलग तारीखों को होती है । जेएमएम ने 2 फरवरी को दुमका में अपनी स्थापना दिवस मनाया फिर धनबाद में 4 फरवरी और गिरडीह में 4 मार्च को स्थापना दिवस मनाया जाता है ।

पैदल चल कर लाखों लोग पहुंचे थे धनबाद
झारखंड मुक्ति मोर्चा की स्थापना धनबाद में 4 फरवरी 1973 को हुई थी । 1973 से पार्टी के साथ जुड़े जेएमएम के केंद्रीय सदस्य कंसारी मंडल बताते हैं कि जब झारखंड मुक्ति मोर्चा की स्थापना हुई तो कामरेड एके राय, बिनोद बिहारी महतो और दिशोम गुरू शिबू सोरेन को सुनने के लिए पूरे झारखंड से लाखों लोग जुड़े थे । पैदल चल कर हजारों लोग अलग-अलग जिलों से पहुंचे थे । ना खाने का इंतजाम था और ना ही रहने का फिर भी इतनी संख्या में लोग पहुंचे कि गोल्फ ग्राउंड भर गया और हजारों लोग धनबाद की सड़कों पर घूमते रहे ।
अलग-अलग जिलों में हुई जेएमएम की स्थापना
खैर बात हो रही है कि झारखंड मुक्ति मोर्चा के अलग-अलग स्थापना दिवस मनाने पर । कंसारी मंडल बताते हैं कि उस वक्त धनबाद में पहला कार्यक्रम हुआ उसके बाद अलग-अलग जिलों से भी जेएमएम के नेताओं ने स्थापना दिवस मनाने की मांग की और फिर शुरु हुआ दुमका में स्थपाना दिवस जिसे दो फरवरी को मनाया जाने लगा इसके बाद गिरिडीह में चार मार्च और फिर हजारीबाग में भी स्थापना दिवस मनाया जाने लगा । इस तरह अलग-अलग तारीखों में जेएमएम के कार्यकर्ता स्थापना दिवस मनाने लगे ।