रांची : बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार फिर से जेडीयू अध्यक्ष बनने के बाद पूरे तौर पर एक्टिव हो गए है। दिल्ली में उन्होने जेडीयू के 22 प्रदेश अध्यक्ष, प्रभारी और वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठक की। सभी से उनके राज्यों में पार्टी और संगठन की स्थिति पर चर्चा की। सभी प्रदेश अध्यक्षों और प्रभारियों ने नीतीश कुमार को पार्टी अध्यक्ष बनने की बधाई दी और अपने अपने राज्यों में राजनीतिक कार्यक्रम करने के लिए आमंत्रित किया। मुख्यमंत्री ने उन्हे कार्यक्रम तय करने और उसमें शामिल होने का आश्वासन दिया।
लोकसभा चुनाव को देखते हुए नीतीश कुमार ने सभी प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारियों को उम्मीदवार और लोकसभा सीट चिन्ह्रित करने को कहा और चुनाव की तैयारी में जुट जाने के साथ चुनाव में जीत का मंत्र भी दिया। नीतीश कुमार की अध्यक्षता में हो रही इस बैठक में पूर्व अध्यक्ष ललन सिंह और बिहार सरकार में मंत्री संजय झा भी मौजदू थे।
पार्टी सूत्रों की माने तो नीतीश कुमार झारखंड के रामगढ़ से अपनी पहली राजनीतिक यात्रा की शुरूआत झारखंड के रामगढ़ से करना चाहते है। लोकसभा चुनाव से पूर्व अपने चुनाव अभियान की शुरूआत वो 21 जनवरी को रामगढ़ से करना चाहते है। जिसकी जिम्मेदारी पार्टी के प्रदेश प्रभारी अशोक चौधरी को दे दी गई है। इस रैली के बाद ही नीतीश देश के अन्य राज्यों में जाकर राजनीतिक कार्यक्रम करेंगे।
यूपी से आए जेडीयू के नेताओं ने उन्हे उत्तरप्रदेश में कई सभा करने का आमंत्रण दिया। इस दौरान यूपी प्रभारी और बिहार सरकार में मंत्री श्रवण कुमार भी मौजदू थे। यूपी जेडीयू के नेताओं ने नीतीश कुमार को फूलपुर, वाराणसी, घाटमपुर, अंबेडकरनगर, फतेहपुर में सभा करने का आग्रह किया। नीतीश कुमार दिसंबर में वाराणसी में रैली करने वाले थे जिसे प्रशासन ने अनुमति नहीं दी थी। वही छत्तीसगढ प्रदेश जेडीयू के अध्यक्ष मातामणि तिवारी ने अपने प्रदेश के नेताओं के साथ नीतीश कुमार से मुलाकात की और उन्हे छत्तीसगढ़ में रैली करने के लिए आमंत्रित किया।