डेस्कः प्रवर्तन निदेशालय ने 800 करोड़ रुपए के जीएसटी घोटाले में जमशेदपुर के कारोबारी अमित अग्रवाल उर्फ विक्की भालोटिया को गिरफ्तार कर लिया है। ईडी ने रांची, जमशेदपुर, कोलकाता सहित 9 ठिकानों पर छापेमारी की थी।
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गुरूवार सुबह 6.30 बजे झारखंड और पश्चिम बंगाल के नौ ठिकानों पर एक साथ छापा मारा था। रांची में तीन, जमशेदपुर में दो और पश्चिम बंगाल में चार ठिकानों पर दबिश दी थी। ईडी कांके रोड़ स्थित निशांत अपार्टमेंट की दूसरी मंजिल पर स्थित कारोबारी विवेक नरसरिया के फ्लैट पहुंख्ी। जीएसटी घोटाले से संबंधित दस्तावेज को खंगाला। जांच टीम ने नरसरिया से जुड़े दो अन्य ठिकानों पर भी कार्रवाई की। दूसरी टीम जुगसलाई के लोहा कारोबारी विक्की भालोटिया के ठिकाने पर पहुंची। दस्तावेज और डिजिटल डिवाइस को खंगाला। विक्की भालोटिया को जीएसटी घोटाला में 2021 में गिरफ्तार कर जेल भेजा था। ईडी की तीसरी टीम कोलकाता पहुंची और कारोबारी शिव देवड़ा और जमशेदपुर के रहने वाले उनके भाई अमित और सुमित गुप्ता के ठिकानों पर छापा मारा। जीएसटी विभाग ने पहले भी अमित, सुमित और शिव को गिरफ्तार किया था। आरोपी कारोबारियों ने लगभग 14,325 करोड़ का फर्जी इनवॉयस तैयार कर 800 करोड़ का इनपुट टैक्स क्रेडिट लिया है।
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ईडी अधिकारियों के मुताबिक, तलाशी का उद्देश्य धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के प्रावधानों के तहत अपराध की आय से जुड़े दस्तावेजों और संपत्तियों को उजागर करना है। ईडी को इससे जुड़े साक्ष्य भी मिले हैं। जांच से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, 90 से अधिक शेल कंपनियों के जरिए जीएसटी चोरी को अंजाम दिया गया था।