रांची: जामताड़ा विधानसभा सीट पर 43676 वोट के बड़े अंतर से हार चुकी बीजेपी उम्मीदवार सीता सोरेन और कांग्रेस के विजेता उम्मीदवार इरफान अंसारी के बीच सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर वॉर जारी है। इरफान अंसारी द्वारा सोशल मीडिया प्लेटफॉम पर जीत के बाद सीता सोरेन के खिलाफ दिये गए बयान पर अब पलटवार करने के लिए सीता सोरेन की बेटी जयश्री सोरेन मैदान में कूद गई है। उन्होने अपने सोशल मीडिया अकाउंट से इरफान अंसारी पर निशाना साधते हुए कहा कि आप मेरे चाचा को भगवान राम कहते है, जबकि आप खुद मुसलमान है तो आप अपने नेता अल्लाह क्यों नहीं कहते, क्या आपको अपने धर्म पर भरोसा नहीं है।
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दरअसल इरफान अंसारी ने चुनाव में जीत के बाद अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए सीता सोरेन को जवाब देते हुए लिखा कि हेमंत सोरेन जी हमारे लिये भगवान की तरह हैं और कल्पना सोरेन जी हमारी भाभी हम सब एक परिवार की तरह रहते हैं। और हमारे परिवार के मुखिया आदरणीय राहुल गांधी जी है। सीता सोरेन जी, जब इस परिवार को आपकी सबसे ज्यादा जरूरत थी, तब आप भाजपा के पाले में चली गईं और इस परिवार को अकेला छोड़ दिया।चोर, डाकेत,लुटेरा तक कह डाला।आपने पहले हमारे हेमंत सोरेन जी को लगातार निशाना बनाने की हर कोशिश की, और फिर आप मेरे पीछे पड़ी रहीं, हमारे चरित्र और छवि को धूमिल करने का हर संभव प्रयास किया।आपको पता होना चाइये मेरा भी परिवार है, मेरी भी बेटी है, बहन है। उस पर किया बीत रही होगी। खैर छोड़िये…?
लेकिन जामताड़ा की जनता मुझे भली-भांति जानती है और हमारे परिवार के मूल्यों को समझती है। आपकी हर कोशिश के बावजूद, जामताड़ा की जनता ने आपके बहकावे में नहीं आकर मुझे प्रचंड बहुमत देकर फिर से विधायक चुना। यह इस बात का सबूत है कि जनता का विश्वास मुझ पर और इस परिवार पर अटूट है।
अब हमारा पीछा छोड़ दीजिए। जनता ने जो भरोसा जताया है, उसे निभाने का समय आ गया है। हमें माताओं को सम्मान देना है, युवाओं को रोजगार देना है और झारखंड को मजबूत बनाना है। आप जिस परिवार में हैं, वहां रहकर उनकी चिंता कीजिए। हम सब की चिंता कल्पना भाभी कर लेगी। थोड़ा संस्कार उनही से सिख लेते।हमारा महागठबंधन का परिवार अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाएगा।और लोगो का दिल तीसरी बार भी जीतेंगे।
डॉ. इरफ़ान अंसारी जी,
आपने जो लिखा है, वह न केवल भ्रामक है बल्कि एक बार फिर आपके दोहरे मापदंड और सस्ते राजनीतिक हथकंडों को उजागर करता है। आप “संस्कार” की बात कर रहे हैं, लेकिन क्या आपको याद है कि संस्कार के नाम पर आपने क्या-क्या किया है?1. “रिजेक्टेड माल” जैसी घटिया भाषा:… https://t.co/SZ4fQFE6fJ
— Jayshree Soren (@jayshreesorenn) November 27, 2024
डॉ. इरफ़ान अंसारी जी,
आपने जो लिखा है, वह न केवल भ्रामक है बल्कि एक बार फिर आपके दोहरे मापदंड और सस्ते राजनीतिक हथकंडों को उजागर करता है। आप “संस्कार” की बात कर रहे हैं, लेकिन क्या आपको याद है कि संस्कार के नाम पर आपने क्या-क्या किया है?
1. “रिजेक्टेड माल” जैसी घटिया भाषा:
आपने मेरी माँ, श्रीमती सीता सोरेन, के लिए “रिजेक्टेड माल” जैसे अपमानजनक शब्दों का इस्तेमाल किया था। क्या यही आपका संस्कार है? एक महिला का ऐसा अपमान करना आपके संस्कारों का स्तर दिखाता है।
2. मेरे और मेरी बहन के बारे में झूठे आरोप:
आपने मुझ पर और मेरी बहन पर “रवि मानती के 19 साल के बेटे को फंसाने” जैसे शर्मनाक और निराधार आरोप लगाए। क्या यही आपके चरित्र का स्तर है? महिलाओं को बदनाम कर आप क्या साबित करना चाहते हैं?
3. बीजेपी की लड़कियों पर आपकी टिप्पणी:
आपने यह कहा कि "बीजेपी की लड़कियाँ रात में अपने कपड़े फाड़कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं पर आरोप लगाएंगी।" यह क्या था, धमकी? आपने खुलेआम कह दिया कि अगर रात में आपके लोग कुछ भी करेंगे तो आप कहेंगे कि हमने पहले ही बताया था। क्या यही आपके संस्कार और राजनीति हैं? महिलाओं को डराना-धमकाना, क्या यही आपकी सोच है?
4. गिनती के बाद आपका व्यवहार:
जब हम गिनती के बाद बाहर निकले, तो आपके कार्यकर्ताओं ने जो हुड़दंग मचाया, वह क्या आपके इशारे पर नहीं था? आपकी रणनीति थी कि महिलाओं का अपमान कर, उन्हें बदनाम कर, समाज में उनकी छवि खराब की जाए। क्या यही संस्कार हैं?
आपने मेरे चाचा श्री हेमंत सोरेन जी को “भगवान राम” कहकर उनकी तुलना भगवान से कर दी। यह शब्द आपकी सुविधानुसार इस्तेमाल करने का माध्यम नहीं है। “राम” सिर्फ नाम नहीं, बल्कि एक आदर्श और विश्वास हैं।
जब आप खुद मुसलमान हैं, तो आप अपने नेता को “अल्लाह” क्यों नहीं कहते? क्या आपको अपने धर्म पर भरोसा नहीं है?
आपने "राम" का नाम लेकर न केवल हिंदू धर्म का उपहास किया, बल्कि यह दिखाया कि आपके लिए धर्म केवल एक राजनीतिक औज़ार है। क्या आप सच में भगवान राम के आदर्शों को मानते हैं? अगर ऐसा होता, तो आप महिलाओं का अपमान नहीं करते।
तो इरफ़ान अंसारी जी, संस्कार और आदर्शों की बात करने से पहले अपने गिरेबान में झाँकिए।
1. महिलाओं का सम्मान करना सीखिए।
2. अपने धर्म और आचरण में ईमानदारी लाइए।
3. सस्ती राजनीति और झूठे आरोप लगाकर अपने राजनीतिक करियर को बनाने की कोशिश बंद कीजिए।
झारखंड की जनता सच्चाई जानती है और सही निर्णय लेगी। आपकी इन हरकतों से न तो हमारे परिवार की छवि धूमिल होगी और न ही आपके झूठ के आधार पर कोई आपका साथ देगा। एक दिन आपका असली चेहरा सब देखेंगे।