पलामूः अंधविश्वास और तंत्र-मंत्र के चक्कर में आकर एक महिला ने ऐसा काम किया है जिसकी कहानी सुन रोंगटे खड़े हो जाएंगें । हुसैनाबाद की गीता देवी ने एक साधु के कहने पर एक ऐसे जघन्य अपराध को अंजाम दिया जिसके बारे में सपने में भी कोई नहीं सोच सकता । जी हां 21वीं सदी में तंत्र-मंत्र और अंधविश्वास के चक्कर में आकर गीता देवी ने एक साल की मासूम बेटी की हत्या कर के उसका कलेजा निकाल कर खा लिया और शव को जंगल में दफना दिया ।
बेटी की हत्या कर निर्वस्त्र पहुंची
दिल दहला देने वाली यह घटना हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के खरारपर गांव की है। पुलिस ने आरोपी मां को गुरुवार को गिरफ्तार कर न्यायिक हिरासत में भेज दिया है । बताया जा रहा है कि आरोपी महिला खरारपर गांव निवासी अरुण राम की पत्नी गीता देवी (30) है। अरुण राम दूसरे राज्य में मजदूरी करता है। स्थानीय लोगों के मुताबकि बेटी की निर्मम हत्या करने बाद महिला आधी रात को निर्वस्त्र होकर गांव में घूमने लगी तभी इस मामले का खुलासा हुआ।
महिला को देख भूत-भूत लगे चिल्लाने
गीता देवी ने मंगलवार की आधी रात को निर्वस्त्र होकर जैसे ही गाँव में घुस कर पड़ोसी का दरवाजा घटघटाने लगी तो पड़ोसी दहल गए । भूत-भूत चिल्लाने लगी । सास ने दरवाजा खोला तो वो भी बहू की हालत देख दंग रह गई। पूरा गाँव इकट्ठा हो गया । पूछताछ करने लगा तो जो जानकारी मिली उसे सुन सबका कलेजा फट गया ।
साधु के चक्कर में बेटी की बलि
बेटी का नाम परी था । दादी ने जब पूछा परी कहां तो पहले तो गीता ने कहा 200 रुपए में बेच दिया । जब गाँव वालों ने दवाब बनाया तो सच सामने आया । गीता ने बताया कि बेटी परी को मारकर मिट्टी में दफना दिया। बेटी की बलि देकर रात्रि में निर्वस्त्र गांव पहुंची। सास कौशल्या देवी का कहना है कि उसकी पोती की हत्या उसी की मां गीता देवी ने की है। हत्या के बाद नंगे बदन मनोज राम के घर पहुंच गई थी। किसी तरह उसे साड़ी पहनकर घर ले आई। पोती उसके साथ नहीं मिली तो उसके बारे में पूछा। बहू ने बताया कि 200 रुपए में बेच दिया। फिर बोली कि साधु लेकर चला गया।
बच्ची का कलेजा गायब
अनुमंडलीय अस्पताल में बच्ची का पोस्टमॉर्टम किया गया। डॉक्टर के मुताबिक बच्ची का कलेजा गायब था। ग्रामीणों के अनुसार महिला मंगलवार दिन से ही बच्ची को लेकर गायब थी, लेकिन किसी को यह तनिक भी अंदाजा नहीं था कि तांत्रिक सिद्धि के लिए बेटी की बलि दे देगी।