रांची : विधानसभा सत्र के पहले दिन निर्वाचित विधायकों को शपथग्रहण हुआ। इस सत्र के दौरान दो महत्वपूर्ण बदलाव देखे गए। अबतक झारखंड मुक्ति मोर्चा के साथ रहने वाले चंपाई सोरेन इस बार बीजेपी विधायकों के साथ बैठे नजर आए। वहीं दूसरी ओर बीजेपी से विधायक रह चुकी लुईस मरांडी इस बार जामा की सीट से जेएमएम विधायक बनने के बाद सत्ता पक्ष के साथ बैठी नजर आई। चंपाई सोरेन के बगल में बाबूलाल मरांडी बैठे हुए थे वहीं लुईस मरांडी के साथ कल्पना सोरेन सदन के अंदर बैठी हुई थी। पहली बार विधायक चुनकर आये जयराम महतो सत्ता पक्ष की ओर बैठे नजर आये और उनके ठीक आगे बेरमो से कांग्रेस विधायक कुमार जयमंगल उर्फ अनूप सिंह बैठे हुए थे।
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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधानसभा सदस्य के रूप में सबसे पहले शपथ ली। इसके बाद वो आसन की ओर गए और प्रोटेम स्पीकर स्टीफन मरांडी को नमस्कार किया। फिर वो विपक्ष की ओर गए जहां दो पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी और चंपाई सोरेन एक साथ बैठे हुए थे। हेमंत सोरेन ने बाबूलाल और चंपाई को हाथ जोड़कर नमस्कर किया लेकिन चंपाई सोरेन को नजरों से पूरी तौर पर नजरअंदाज किया। चंपाई के बगल में बैठे बाबूलाल मरांडी ने उनकी बातचीत हुई, बाबूलाल ने उन्हे बधाई दी और मुख्यमंत्री ने हाथ जोड़कर उनके धन्यवाद पर आभार जताया, ठीक बगल में बैठे चंपाई सोरेन ने मुख्यमंत्री की ओर देखा और बात करने की कोशिश की लेकिन हेमंत सोरेन उन्हे नजरअंदाज करते हुए बाबूलाल मरांडी से मिलते हुए आगे की ओर बढ़ गए और सभी सदस्यों को नमस्कार करते हुए अपनी सीट पर जाकर बैठ गए।
ठीक ऐसा ही वाकया उस वक्त भी हुआ जब कल्पना सोरेन ने सदन के सदस्य के रूप में शपथ ली। कल्पना सोरेन शपथ लेने के बाद आसन की ओर गई और स्टीफन मरांडी से आशीर्वाद लिया। इसके बाद वो विपक्ष की ओर गई। चंपाई सोरेन का उन्होने पहले की ही तरह पैर छूकर आशीर्वाद लिया ये अलग बात रही की इस दौरान कल्पना और चंपाई के बीच किसी तरह का संवाद नहीं हुआ। कल्पना के पैर छूकर आशीर्वाद लेते समय चंपाई सोरेन असहज नजर आये। कल्पना इसके बाद आगे बढ़ती है और बाबूलाल-चंपाई सोरेन के बगल की सीट पर बैठी नीरा यादव से गले मिलती है और आगे सभी सदस्यों को नमस्कार करते, मुख्यमंत्री को प्रणाम करते अपनी सीट पर जाकर बैठ गई।
इसके उलट जब चंपाई सोरेन ने सदन के सदस्य के रूप में शपथ ली तो वो प्रोटेम स्पीकर को नमस्कार करने के बाद सीधे अपनी सीट पर आकर बैठ गए। हां बैठने से पहले उन्होने सामूहिक रूप से जरूर सभी को नमस्कार किया लेकिन उस तरह से नहीं किया जैसा अन्य सदस्यों ने किया था। सभी सदस्य शपथ लेने के बाद सत्तापक्ष और विपक्ष के सदस्यों से मुखातिब होते हुए, हाथ जोड़कर नमस्कार करते हुए अपनी सीट पर आते थे लेकिन चंपाई सोरेन ने ऐसा नहीं किया।
जयराम महतो की लाल डायरी का क्या है राज ? शपथ के बाद JLKM विधायक ने किस-किस के छूए पांव ?
विधानसभा में एक और दिलचस्प नजारा उस वक्त देखने को मिला जब डुमरी से पहली बार विधायक बनकर आये जयराम महतो ने सदन के सदस्य के रूप में शपथ ली थी। जयराम शपथ लेने के बाद प्रोटेम स्पीकर के पास गए और उन्हे पैर छूकर प्रणाम किया। इसके बाद जयराम ने हाथ जोड़कर विपक्ष की ओर गए और सदस्यों को हाथ जोड़कर नमस्कार किया। सत्ता पक्ष की ओर आने के बाद जयराम महतो ने टुंडी से विधायक और पूर्व मंत्री मथुरा महतो का पैर छूकर आशीर्वाद लिया। इसके बाद मंत्री दीपिका पांडे सिंह और अंत में मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन का पैर छूकर आशीर्वाद लिया।